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Tips For New Mothers : पहली बार बनी हैं माँ तो जान लें ये बातें

पहली बार माँ बनने का अहसास सबसे अलग होता है। इस भाव को महसूस करने के लिए माँ 9 महीने बच्चे का इंतज़ार करती है। इस बीच उसे बहुत सारी मानसिक और शारीरिक परेशानियाँ भी आती है।

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Rajveer Kaur
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(Image Credit: YourDOST)

New Mothers Should Know These Things: पहली बार माँ बनने का अहसास सबसे अलग होता है। इस भाव को महसूस करने के लिए माँ 9 महीने बच्चे का इंतज़ार करती है। इस बीच उसे बहुत सारी मानसिक और शारीरिक परेशानियाँ भी आती है। उसके बाद डिलिव्री के समय लेबर पेन भी असहनीय हो जाता है। जब बच्चा हो जाता है तब महिलाओं की लाइफ़ में बहुत सारे बदलाव आ जाते है जिन्हें महिलाओं को स्वीकार करना पड़ता है। ऐसे में उन्हें भावनात्मक सहारे की भी ज़रूरत होती है जिस के लिए पार्ट्नर का सहारा भी अवश्य ही चाहिए होता है। आज के इस ब्लॉग में जानेंगे कि महिलाएँ जब पहली बार माँ बने तब इन बातों का ध्यान रखें- 

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Tips For New Mothers: पहली बार बनी है माँ तो जान ले ये बातें 

  • महिलाओं को एक टाइम टेबल बनाना चाहिए इससे काफ़ी चीजें आसान हो सकती है बच्चे कोकब और कितने-कितने समय के बाद भूख लगती है। कब उसका सोने का समय और कितनी देर के बाद उसे पी करना है।
  • पहली बार माँ बनने के बाद महिलाएँ  ब्रेस्ट्फ़ीडिंग करना शुरू कर देती है। इसके लिए माँ को अपनी सेहत का ख़ास ध्यान रखना चाहिए। डिलिव्री के तीन दिन बाद दूध आना शुरू हो जाता है । न्यू मधर के लिए यह ज़्यादा समय ले सकता है।
  • इसके बाद महिलाओं को अपनी डाइट का ध्यान रखना बहुत है। इसके लिए महिलाएँ डाइट में प्रोटीन, सी फ़ूड, फल और सब्ज़ियाँ शामिल करें।
  • बच्चे को सम्भालते समय अपने हाथ को अच्छे से धोएं। ज़्यादा लोगों के पास बच्चों को मत जाने दे। बच्चे को अच्छे से हाथों में होल्ड करें। इसे समय पर उसके सिर को अच्छे से पकड़े।
  • हल्की हल्की फ़िज़िकल ऐक्टिविटी शुरू करें। इसकी शुरुआत आपकी पोस्ट प्रेगनेंसी स्थिति पर निर्भर करती है। इससे आप अपनी फ़िट्नेस को द्वारा वापिस लाना शुरू कर सकती है। 
  • डिलिव्री के बाद एक्सर्सायज़ से आप में एक ऊर्जा आती है। इससे आपको नींद भी अच्छी होती है और आपका वजन भी कम होता है। 
  • इसके साथ आपको बेबी होने के बाद जो भी शारीरिक और मानसिक तौर पर बदलाव आ रहे उसे स्वीकार कीजिए। अपने आप को रिलैक्स  कीजिए। ज़्यादा बर्डेन मत लीजिए।
  • ऐसे समय के दौरान पार्ट्नर का साथ बहुत ज़रूरी है। उनके साथ बातचीत कीजिए। आप दोनों एक साथ बच्चे के साथ समय व्यतीत करें। इससे दोनों के बीच एक बोंड पैदा होगा।
  • नींद को जितना हो सके पूरा कीजिए। इसके साथ आप रेस्ट पर ज़्यादा ध्यान दे। ज़्यादा काम मत करें इससे परेशानी आ सकती है।
  • बच्चे के रोने से ज़्यादा परेशान मत हो। यह नोर्मल है और इसकी आदत आपको  लग जाएगी।
Tips For New Mothers
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