Personal Reasons for Choosing Abortion: अबॉर्शन को हमारे समाज में गलत माना जाता है। आज भी उन महिलाओं को समाज में इज्जत नहीं मिलती है जो अबॉर्शन का रास्ता चुनती हैं। अबॉर्शन एक निजी फैसला है जिसमें बहुत सारी चीजें शामिल होती हैं। बहुत सारी महिलाएं इस समाज में अपनी बॉडी के लिए भी फैसला नहीं ले पाती हैं। उसके लिए समाज के अप्रूवल या फिर कानून की परमिशन चाहिए होती है। अगर आप इस बात के बारे में फैसला नहीं ले पा रहे हैं कि आप अपनी बॉडी के साथ क्या कर सकते हैं या फिर आप क्या करना चाहते हैं तो आप आजाद नहीं हैं। इसका मतलब है कि आपकी बॉडी के ऊपर ऑटोनॉमी नहीं है।
जानिए Abortions के संभावित कारण क्या हो सकते हैं?
अबॉर्शन मेडिकल प्रक्रिया है जिसमें प्रेगनेंसी को खत्म कर दिया जाता है बहुत सारी महिलाओं की यह जरूरत होती है क्योंकि वह प्रेगनेंसी उनकी चॉइस की नहीं होती। लेकिन लोगों के मनों में आज भी अबॉर्शन को लेकर स्टिग्मा है। इसके साथ ही महिलाओं के पास ऐसी सुविधाएं भी नहीं हैं जहां पर वे सुरक्षित रूप से अबॉर्शन करवा सकें। अबॉर्शन को बहुत सारे देशों में अपराध भी माना जाता है जिस कारण महिलाओं को असुरक्षित तरीके से अबॉर्शन करना पड़ता है और कई बार उनकी जान भी चले जाती है।
अबॉर्शन एक अधिकार है जो हर महिला के पास होना चाहिए चलिए जानते हैं कि अबॉर्शन के क्या कारण हो सकते हैं?
सबसे पहली बात है कि अबॉर्शन एक बहुत ही निजी मामला है और इसमें दूसरे व्यक्ति को कोई भी इंटरेस्ट नहीं होना चाहिए कि कोई महिला क्यों अबॉर्शन करवा रही है। उसके बहुत सारे पर्सनल रीजन भी हो सकते हैं। इसके बारे में वह किसी को बताना नहीं चाहती लेकिन लोग यह बात समझते नहीं और बिना कुछ जानें उस महिला को जज करते हैं या फिर उसके बारे में गलत बातें बनाते हैं।
बहुत सारी महिलाएं प्रेगनेंसी या फिर पेरेंट् बनना अफोर्ड नहीं कर सकती। वह शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और आर्थिक रूप से तैयार नहीं होती जिस कारण वह अबॉर्शन चाहती है लेकिन इसमें उन्हें बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लोगों के सवालों से गुजरना पड़ता है। कई बार उन्हें असुरक्षित अबॉर्शन का रास्ता भी चुनना पड़ता है जिसमें उनकी जान भी जा सकती है। इसके उल्ट उन्हें उस बच्चों को संभालना पड़ता है जिसके लिए वह अभी तैयार नहीं है।
जब भी कोई महिला यौन प्रताड़ना से गुजरती है और इस वजह से प्रेगनेंसी हो जाती है तो उसे अकेले ही बच्चे का बोझ उठाना पड़ता है। इस समय महिला मेला बच्चों के लिए तैयार भी नहीं होती और उसकी ऐसी हालत भी नहीं होती कि वह बच्चा संभाल सकें लेकिन जब कानून और समाज का सहारा नहीं मिलता है तो उसे उसे बच्चों को जन्म देना पड़ता है जो उसके लिए बहुत ज्यादा स्ट्रेसफुल या फिर डिप्रेस्ड हो सकता है। ऐसे में अबॉर्शन उनकी वेल्बीइंग के लिए एकमात्र रास्ता हो सकता है।