These 5 Symptoms Of Depression Are Seen In Women: महिलाओं में डिप्रेशन (अवसाद) के लक्षण पहचानना महत्वपूर्ण है, ताकि समय पर सहायता और उपचार मिल सके। महिलाओं में डिप्रेशन का सबसे सामान्य लक्षण होता है अवसाद और उदासी का अनुभव। वे अक्सर निराश और बेसब्र लग सकती हैं, और उन्हें खुशी या अच्छी भावनाओं का अनुभव करने में मुश्किल हो सकती है।
महिलाओं में दिखते है डिप्रेशन के ये 5 लक्षण
1. लगातार उदासी या खालीपन
यह लक्षण डिप्रेशन का सबसे महत्वपूर्ण और सामान्य लक्षण है। महिलाएं अक्सर निरंतर दुखी और उदास महसूस करती हैं, जैसे कि कोई अंतरंग समस्या या भावनात्मक दुख हो सकता है। लंबे समय तक उदासी महसूस करना, चाहे किसी स्पष्ट कारण के बिना। यह भावना दिनभर बनी रह सकती है और सामान्य गतिविधियों में रुचि कम हो सकती है।
2. नींद में परिवर्तन
कुछ महिलाएं डिप्रेशन में अधिक नींद की समस्या का सामना कर सकती हैं। वे दिन भर अनिश्चित और अधिक नींद के लिए लाचार और अस्थिर हो सकती हैं। डिप्रेशन में व्यक्ति की नींद की गुणवत्ता अनियमित हो सकती है। डिप्रेशन से पीड़ित महिलाओं में अक्सर नींद के पैटर्न में बदलाव होता है, जैसे बहुत अधिक सोना (हाइपरसोम्निया) या नींद न आना (अनिद्रा)।
3. भोजन और वजन में बदलाव
डिप्रेशन में महिलाएं अक्सर अपेक्षित से कम भोजन कर सकती हैं, जिसके कारण उनका वजन कम हो सकता है। वे खाने में रुचि नहीं रख सकती हैं या उन्हें भोजन करने का उत्साह नहीं होता है।भूख में कमी या बढ़ोतरी के कारण वजन घटने या बढ़ने की समस्या हो सकती है। कुछ महिलाएं अत्यधिक खाना खाने लगती हैं, जबकि कुछ की भूख बिल्कुल खत्म हो जाती है।
4. थकान और ऊर्जा की कमी
यह डिप्रेशन का एक मुख्य लक्षण है, जिसमें महिलाएं अपने दैनिक कार्यों के लिए प्रेरित और उत्साही नहीं हो सकती हैं। वे अक्सर बेहतर विचार किए बिना ही अत्यधिक थक जाती हैं। छोटी-छोटी गतिविधियों में भी थकान महसूस करना या ऊर्जा की कमी होना, जिससे दैनिक कार्यों को पूरा करना कठिन हो जाता है। थकान और ऊर्जा की कमी से ग्रस्त महिलाओं को अक्सर असमंजस और निराशा का अनुभव हो सकता है।
5. आत्म-सम्मान में कमी और निराशा
व्यक्ति अपने आप को कमजोर या असफल महसूस कर सकती है, और वे अपनी क्षमताओं और कार्यक्षमताओं का संकोच कर सकती हैं।आत्म-सम्मान में गिरावट, निराशा की भावना, खुद को बेकार या दोषी महसूस करना, और कभी-कभी आत्महत्या के विचार आना भी हो सकता है। यदि इन लक्षणों में से कोई भी लगातार और गंभीर रूप से दिखे, तो यह जरूरी है कि पेशेवर मानसिक स्वास्थ्य सहायता ली जाए।