Why Women Need to Relax and Unwind? अगर हम अपने आसपास देखे तो बहुत सारी महिलाएं कभी भी रिलैक्स नहीं करती हैं। उन्हें लगता है कि रिलैक्स करना बुरी बात है या फिर आराम करना आलस्य के बराबर होता है। कुछ महिलाएं खुद भी आराम नहीं करती हैं और दूसरों को भी आराम करने पर जज करती हैं। आराम करना शरीर की जरूरत है। आराम ना करने पर आपका शरीर बर्नआउट हो जाएगा। आपकी एनर्जी खत्म हो जाएगी। आपका शरीर कुछ समय बाद बीमारियों का शिकार होने लगेगा। आज हम जानेंगे कि महिलाओं को अपने बिजी लाइफस्टाइल में आराम करने की जरूरत क्यों है?
व्यस्त समय में महिलाओं के लिए आराम की जरूरत
माइंड और बॉडी के रखरखाव के लिए हमें आराम करना बहुत जरूरी है। सबसे ज्यादा गिल्ट ग्रहणियों को आराम करने पर होता है। उन्हें लगता है कि हमारा काम आराम डिजर्व नहीं करता है। अगर हम बाहर जाकर काम करते हैं या फिर कुछ पैसा कमाकर लेकर आते हैं तब ही हम आराम करेंगे लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। ग्रहणियों के काम बहुत ज्यादा कठिन होते हैं। इसमें बहुत सारा फिजिकल वर्क भी शामिल होता है। हर महिला को अपनी सेल्फ केयर के लिए दिन में कुछ समय निकालना चाहिए जिसमें वह अपनी बॉडी को रिलैक्स कर सके। उनको ऐसी एक्टिविटीज करनी चाहिए जिससे उनको खुशी मिलती है और उनका मन और बॉडी रिचार्ज हो जाते हैं।
आज की महिलाओं की सबसे बड़ी समस्या बर्नआउट है। बहुत सारी महिलाओं को यह मालूम ही नहीं होता है कि वह बर्नआउट हो चुकी हैं। ऐसे में आपका शरीर थकावट के साथ झूझता रहता है लेकिन आपको पर्याप्त आराम नहीं मिलता है। इसके कारण आपकी प्रोडक्टिविटी और फोक्स कम हो जाता है। इसलिए आपको हमेशा ही आराम को प्रायोरिटी देनी चाहिए ताकि आप बर्नआउट से बच सकें। आज की वर्किंग महिला इसका ज्यादा शिकार हो रही है क्योंकि वर्क लाइफ बैलेंस के बीच में उनकी जिंदगी का कोई बैलेंस ही नहीं रहता है।
हमारी महिलाओं के ऊपर सामाजिक अपेक्षाएं ऐसी होती हैं जिनका कोई मतलब नहीं होता है। इन अपेक्षाओं को पूरा करने में महिलाएं लगी रहती हैं। उन्हें लगता है कि उन्हें तब ही अच्छा समझ जाएगा जब वे पूरा दिन काम करती रहेंगी। वे समझती हैं, उनकी ड्यूटी में सुबह सबसे पहले उठना और रात को सबसे बाद में सोना है लेकिन ऐसा नहीं है। इन अपेक्षाओं को खत्म कर दीजिए। आपको अपनी वैल्यू को दोबारा जानने की जरूरत है। आपको अपनी मांइड और बॉडी को सुनने की जरूरत है। जब आप इनको सुनना शुरू कर देंगे तब आपको अपने आप समझ आ जाएगा कि आप क्या चाहते हैं। जब आप अपनी जरूरत का ध्यान रखने लग जाएंगे तब आपका स्ट्रेस भी कम होगा और आप खुश भी रहने लग जाएंगे।
भारतीय महिलाओं को परफेक्शन की बीमारी सदियों से है। उन्हें लगता है कि हम से कोई गलती नहीं होनी चाहिए। वह गलतियों से अपनी वर्थ को जोड़ने लग जाती है जिसके कारण वह कभी भी निडर नहीं हो पाती हैं। गलती हर इंसान से होती है लेकिन महिलाओं से गलती हो जाने पर उन्हें अयोग्य करार दिया जाता है। महिलाओं को इन सब से खुद को निकालकर अपने आप को प्रायोरिटी देना शुरू करना होगा। आराम करना किसी भी तरीके से गलत नहीं है। अगर आप सोचेंगे कि आपसे कोई गलती ना हो तब आपके ऊपर एक बोझ या प्रेशर बना रहेगा।