Empowering Survivors to Know It's Not Their Fault: महिलाओं को बहुत सारी आम बातें हैं जो हमेशा ही सुननी पड़ती हैं जैसे अगर रेप हो जाए तो कपड़े छोटे पहने होंगे, रात को बाहर गई होगी, लड़कों के साथ घूम रही होगी, इसके मल्टीपल अफेयर्स होंगे, इसने ही लड़कों को उकसाया होगा। इसे हम विक्टिम गेमिंग बोलते हैं। यह इतनी टॉक्सिक चीज है जिससे महिला का ट्रॉमा दोगुना हो जाता है। एक ट्रामा उसे उस हादसे से मिलता है जो उसके साथ इतने बुरे तरीके से होता है। दूसरा ट्रॉमा आसपास के लोग देते हैं, जब वो उनके साथ हुए गलत व्यवहार के लिए ही उन्हें दोषी ठहराते हैं। आज हम आपको बताएंगे कि अगर आप एक पीड़िता हैं तो इसमें आपका कोई दोष नहीं है-
पीड़ित महिलाओं को याद दिलाना जरूरी कि दोष आपका नहीं है
बहुत बार पीड़ित महिलाएं सिर्फ इसलिए अपने साथ में अपराध को लेकर चुप कर जाती हैं क्योंकि उन्हें डर होता है कि लोग उन्हें ही गलत समझेंगे। अगर आपके साथ कुछ भी गलत होता है तो गलती उस व्यक्ति की है जिसने आपके साथ यह जघन्य अपराध किया है। आपके कपड़े, देर रात तक बाहर रहना, लड़कों के साथ हंसकर बात करना, छोटे कपड़े पहनना, बोल्ड होना, शराब पीना, नशे करना, ट्रैवल करना यह सब किसी भी तरीके से इशारा नहीं करते हैं कि किसी को भी आपके साथ कुछ भी गलत करने की आजादी है।
ऐसी सोच के कारण पीड़ित महिलाएं अपने साथ हुए अपराध के बारे में बात करने से घबराती हैं। उन्हें लगता है कि अगर हम इस बारे में बताएंगे तो लोग हमें ही गलत समझेंगे। इस कारण वह चुपचाप सब सहन करती रहती हैं या फिर अंदर ही अंदर घुट कर मर जाती हैं। ऐसे में हमें भी यह सोचना चाहिए कि अगर हमारे आसपास कोई ऐसी पीड़ित महिला है तो हम उसका साथ दे। उसके साथ एंपैथी रखें। ऐसा नहीं है कि हम उन्हें ही गलत बोलने लग जाएं। उनके लिए पहले ही चीजों को सहन करना या उनमें से गुजरना कठिन होता है। ऐसे में हम उनकी परेशानियों को और बढ़ा देते हैं।
अगली बार पीड़िता को यह बात सोचने की जरूरत नहीं है कि वो गलत है या उसके किस एक्शन के कारण ऐसा हुआ है। आपका कोई भी एक्शन इस बात की इजाजत नहीं देता है कि कोई आपके साथ इतना बुरा कर जाए। अगर हम यही बात लड़कों पर सोच कर देखें तब उन्हें यह बात सुनने को नहीं मिलती है कि तुम इतना ज्यादा खुलकर रहते थे या रात रात भर घूमते थे, इसलिए तुम्हारे साथ हुआ लेकिन हम तब दोषी को सही मायने में गलत कहते हैं। यह सिर्फ महिलाओं को दबाने के लिए है ताकि वह गिल्ट में रहे और इस मर्द प्रधान समाज में कभी अपने लिए आवाज न उठा पाए।