Why Women Should Embrace Praise And Own Their Achievement: अक्सर आपने देखा होगा कि जब भी आमतौर पर महिलाओं को कोई कंप्लीमेंट मिलता है तब बहुत कम महिलाएं कॉन्फिडेंट होकर इसे स्वीकार करती हैं। ज्यादातर महिलाओं को इस बात पर यकीन नहीं होता है कि उनमें कोई अच्छी बात है या वो सच में सुंदर लग रही है। क्यों महिलाओं को कंप्लीमेंट या तारीफ लेने में कठिनाई महसूस होती है? आज हम इसके ऊपर ही बात करेंगे क्योंकि बहुत कम महिलाएं कंप्लीमेंट लेने में सहज महसूस करती है।
महिला का खुद की तारीफ को अपनाना, खुद की वर्थ को पहचानने के बराबर
कंप्लीमेंट हमारी ग्रोथ के लिए बहुत जरूरी है। अगर हमें कंप्लीमेंट मिलते रहें तो हम खुद के बारे में पॉजिटिव सोचने लगते हैं और हमारी बहुत सारी गलतफहमियां दूर हो जाती हैं। इससे हमारे दूसरे लोगों के साथ रिश्ते भी सुधरते हैं। हमें पता चलता है कि हमें किन चीजों पर काम करने की जरूरत है और किन चीजों पर हम बहुत अच्छे लेवल पर काम कर रहे हैं। जब महिलाओं को कंप्लीमेंट मिलता है तब बहुत बार वह आश्चर्यचकित हो जाती हैं। उनका रिएक्शन ऐसा होता है कि हम तो ऐसे हो ही नहीं सकती। इसका मतलब है कि उन महिलाओं को अपनी पावर का एहसास ही नहीं है।
जो महिलाएं ऐसा करती है, उन्हें समझना होगा कि आप में बहुत पोटेंशियल हैं। आप उस पोटेंशियल के अनुसार काम भी कर रही हैं। अगर कोई आपके काम और पावर को पहचान रहा है, समय निकालकर आपको अप्रिशिएट कर रहा है तब आपको उस बात को स्वीकार करना चाहिए। कंप्लीमेंट मिलने पर आपको आश्चर्यचकित होने की बजाय खुद पर बिलीव करने की जरूरत है। आपको ऐसा सोचने चाहिए कि मैं यह सब कुछ कर सकती हूं या मैंने ही ये सब कुछ किया है। अगर मुझे इस बात के लिए तारीफ मिल रही है तो यह मेरी मेहनत है। इस तरह अपने आप को कम मानना या ऐसा सोचना कि मुझ में इतनी पावर नहीं है कि मैं ऐसा कुछ कर सकूं तो आप खुद के स्टैंडर्ड को ही नीचे गिरा रहे हैं।
अगली बार जब भी आपको कोई कंप्लीमेंट दे तो आप उसे खुश होकर स्वीकार करें। आप दूसरों के कंपलीमेंट्स को स्वीकार करने के साथ-साथ खुद भी अपने आपको और दूसरों को कंप्लीमेंट देना शुरू करें। अगर आपको अपने आप में कोई बात अच्छी लगती है तो आप उसे जरूर हाइलाइट करें। अगर आपको दूसरों में भी कुछ अच्छा लग रहा है तो उन्हें भी जरूर बताएं। इस तरह हम अपने आसपास एक ऐसा माहौल पैदा कर सकते हैं जहां पर कॉन्फिडेंट लोग हों, जिन्हें खुद के ऊपर यकीन और खुद की ताकत का अंदाजा हो।