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Women Snoring: क्या औरतों को भी आते हैं खर्राटे? जानें क्या हैं कारण

खर्राटे लेना एक कॉमन कंडीशन है जो आपकी नींद को डिस्टर्ब कर सकती है। खर्राटे सोते समय इम्प्रॉपर एयर फ्लो के कारण होते हैं। इनकी आवाज़ हर्ष और तेज़ साँस लेने जैसी हो सकती है।

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Mandie Panesar
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Women Snoring And Reasons Of It?(Image Credit: Pinterest)

Women Snoring And Reasons Of It: खर्राटे लेना एक कॉमन कंडीशन है जो आपकी नींद को डिस्टर्ब कर सकती है। खर्राटे सोते समय इम्प्रॉपर एयर फ्लो के कारण होते हैं। इनकी आवाज़ हर्ष और तेज़ साँस लेने जैसी हो सकती है।

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क्या औरतों को भी आते हैं खर्राटे? जानें क्या हैं कारण

स्नोरिंग के कई कारण हो सकते हैं। आपके मुंह और साइनस की एनाटोमी, शराब का सेवन, एलर्जी, सर्दी और आपका वजन इसके मेन कारणों में से हो सकते हैं। जब आप हल्की नींद में होते हैं और गहरी नींद की ओर बढ़ते हैं, तो आपके मुंह के रूफ मसल्स (मुलायम तालु), जीभ और गले के मसल्स रिलैक्स हो जाते हैं। आइये स्नोरिंग के ख़ास कारणों के बारे में डिटेल में बात करते हैं। 

1. प्रेग्नेंसी के दौरान

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प्रेगनेंसी के दौरान हार्मोनल चेंजेस के कारण खर्राटे आ सकते हैं। हार्मोनल चेंजेस नेज़ल पैसजेस में फ्लूइड बिल्ड अप का कारन बनते हैं, जिससे सांस लेने के लिए अवेलेबल स्पेस कम हो जाती है। इससे नाक पूरी तरह बंद होने से सांस लेने में और रुकावट आ सकती है। गर्भावस्था की लास्ट स्टेजेस में खर्राटे आने की पॉसिबिलिटी ज़्यादा होती है।

2. मीनोपॉज के कारन

मीनोपॉज में और उसके बाद खर्राटे बढ़ सकते हैं। यह एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन में कमी के कारण हो सकता है। मीनोपॉज में गले की मसल्स की टोन भी कम हो सकती है। 

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3. अगर ओवर वेट हों 

ओबेसिटी औरतों में खर्राटों का आम कारण है। वेट गेन या मोटापे के कारण मुंह और गले में सॉफ्ट टिश्यू एक्सेसिव हो जाते हैं, जो खर्राटों का कारण बनते हैं।

4. नाक बंद होने से 

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नाक बंद होने से खर्राटे आ सकते हैं। जब आपकी नाक बंद हो जाती है, तो आप मुंह से सांस लेते हैं। इससे आपके गले के मसल्स रिलैक्स हो होने से खर्राटे शुरू हो जाते हैं। 

5. स्मोकिंग और शराब 

सोते समय शराब पीने से हमारी खर्राटे लेने की पॉसिबिलिटी बढ़ जाती है। शराब हमारे मुंह और गले की मसल्स को रिलैक्स करने का कारण बन सकती है, जिससे व्यक्ति के सांस लेने और छोड़ने पर ये टिश्यूस फ्लटरिंग (Fluttering) और आवाज के प्रति संवेदनशील हो जाते हैं।

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6. हाइपोथायरायडिज्म

हाइपोथायरायडिज्म औरतों में स्नोरिंग का कारण बन सकता है। हाइपोथायरायडिज्म तब होता है जब थायरॉयड आपकी बॉडी में एनफ होर्मोनेस प्रोडूस नहीं कर पता। यह सांस लेने वाले पैसज को नैरो कर सकता है, जिससे खर्राटे आने की संभावना बढ़ जाती है।

7. स्लीप एपनिया

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औरतों में खर्राटे ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया का संकेत हो सकते हैं जो एक सीरियस ब्रीथिंग कंडीशन है। ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया तब होता है जब नींद के दौरान हमारा एयरवे इतना नैरो हो जाता है कि नार्मल ब्रीथिंग डिस्टर्ब होती है और सोते समय हमारी सांस टेम्पोररीली बंद हो जाती है और फिर से चलने लगती है। 

Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।

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