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Ditch The Stress: ऑफिस के प्रेशर को घर तक पहुंचने से कैसे रोकें?

बहुत सारे लोगों को काम का इतना ज्यादा प्रेशर होता है कि वह घर पर आकर भी काम के बारे में ही सोचते रहते हैं। उनकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में कोई अंतर नहीं रह जाता है।

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Rajveer Kaur
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How To Leave Workplace Pressure At Office: बहुत सारे लोगों को काम का इतना ज्यादा प्रेशर होता है कि वह घर पर आकर भी काम के बारे में ही सोचते रहते हैं। उनकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में कोई अंतर नहीं रह जाता है। वह हर समय ऑफिस के बारे में ही सोचते रहते हैं जिसके कारण परिवार से दूर होने लग जाते हैं। आपकी बॉडी चाहे घर पर होती है, लेकिन आपका दिमाग ऑफिस में ही होता है। आप परिवार के बीच बैठकर भी कल के टास्क के बारे में सोच रहे होते हैं। यह सब बिल्कुल भी सही बात नहीं है। अगर आप इतना प्रेशर लेकर जिंदगी में चलेंगे तो आप इसे कभी भी इंजॉय नहीं कर पाएंगे। चलिए जानते हैं कि कैसे ऑफिस के प्रेशर को घर पर मैनेज कर सकते हैं?

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ऑफिस के प्रेशर को घर तक पहुंचने से कैसे रोकें?

बाउंड्रीज फॉलो करें

अगर आप वर्किंग भी है तब भी आपको बाउंड्री जरूर सेट करनी चाहिए। शुरुआत में समस्या हो सकती है लेकिन आप इसे दूसरों के साथ कम्युनिकेट जरूर करें। आप ड्यूटी खत्म होने के बाद काम से संबंधित सिर्फ जरूरी कॉल लिए उठाएं और अन्य कॉलों को कल के लिए शेड्यूल कर दें। इससे आपका बहुत सारा वर्कलोड कम हो जाएगा। आप घर पर आने के बाद कुछ समय रिलैक्स जरूर करें, इससे आपका स्ट्रेस कम हो सकता है और आपको बेहतर महसूस होगा।

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स्ट्रेस मैनेजमेंट करें

आजकल के समय में स्ट्रेस बहुत बढ़ गया है जिसके कारण हम हर समय उसके बारे में ही सोचते रहते हैं। इसलिए अपने स्ट्रेस को मैनेज करें। आप ऑफिस से घर आने के बाद जिम जा सकते हैं या फिर अपने दोस्तों के साथ बैठ सकते हैं। आपको लोगों के बीच में शामिल होना सीखना होगा। जब तक आप अपना ध्यान काम से नहीं हटाएंगे तब तक आप उसके बारे में ही सोचते रहेंगे। आपको कुछ ऐसे तरीके अपनाने होंगे जिससे आपका स्ट्रेस कम हो और आपके हैप्पी हारमोंस रिलीज हों। इससे आपका मूड भी बेहतर होगा और आप काम के प्रेशर से भी बाहर निकलेंगे।

परिवार के साथ बात करें

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परिवार के साथ सिर्फ बैठना ही जरूरी नहीं है लेकिन उनके साथ बातचीत करना भी बहुत जरूरी है। जब तक आप उनके साथ बातचीत नहीं करेंगे या फिर उनके साथ ऐसा बॉन्ड नहीं बनाएंगे जिसमें आप उनके साथ बेझिझक होकर सभी बातें शेयर करें तब तक आपको उनके साथ बैठने का मन नहीं करेगा या फिर आप वहां सिर्फ बैठे ही होंगे। इसलिए उनके साथ शामिल होने की ज़रूर सोचें। आप उनके साथ मूवी देखने जा सकते हैं। घर पर बैठकर साथ में खाना खा सकते हैं। आप कभी-कभी उनकी पसंद का कोई काम कर सकते हैं या उनके साथ अपनी कोई फेवरेट एक्टिविटी कर सकते हैं।

वर्क लाइफ बैलेंस करें

वर्क लाइफ बैलेंस करना बहुत जरूरी है। आज के लोगों के लिए काम ही उनकी पूरी जिंदगी हो गया है जो कि गलत है। काम आपकी पूरी जिंदगी नहीं है। आपकी निजी जीवन पर भी कुछ जिम्मेदारी है जिन्हें आपको पूरा करना है। अगर आप अपना पूरा समय काम को ही देंगे तो आप कभी भी खुश नहीं रह पाएंगे। इससे आपका काम में भी फोकस कम होगा और आप प्रोडक्टिव भी नहीं रहेंगे। इसलिए काम को बैलेंस करें और घर पर भी समय देना शुरू करें।

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