Work Life Balance after Having a Baby: मां बनना प्रत्येक स्त्री के जीवन का एक अद्भुत और महत्वपूर्ण अनुभव होता है, लेकिन इस समय अक्सर महिलाओं को अपने करियर से ब्रेक लेना पड़ता है और बच्चे के जन्म के बाद वापस अपनी करियर की तरफ बढ़ना चुनौती भरा होता है। यह ख्याल माँ के मन में आता हैं क्या वो दोनों लाइफ मैनेज कर पायेगी। बच्चें को अकेले छोड़ने का गिल्ट और दोहरी हुई जिम्मेदारी को संभाल पाने का प्रश्न अक्सर मन में उठता है। इसलिए इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे कि कैसे आप वापस पूर्ण आत्मविश्वास के साथ एक सफल करियर बना सकती हैं ?
5 तरीकों से गर्भावस्था के बाद वर्क लाइफ बैलेंस बनाएं
1. प्राथमिकताएं तय करें और समय प्रबंधन करें
काम, परिवार और खुद की देखभाल के लिए आपको एक सटीक समय-सारणी तैयार करनी होगी। इसके साथ ही, कुछ समय खुद के लिए निकालना भी ज़रूरी है ताकि आप मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहें। उदाहरण के तौर पर, सुबह का समय बच्चे और घर के कामों के लिए रखें और काम के घंटे तय करके अपने करियर पर ध्यान दें।
2. कार्यस्थल पर लचीलेपन का लाभ उठाएं
आजकल कई कार्यस्थल लचीले कामकाज के विकल्प प्रदान करते हैं, जैसे कि वर्क फ्रॉम होम, फ्लेक्सिबल वर्किंग आवर्स या पार्ट-टाइम काम। यदि आपका ऑफिस इस तरह की सुविधा प्रदान करता है, तो इसका लाभ उठाएं। इससे आप अपनी पारिवारिक ज़िम्मेदारियों को निभाते हुए करियर पर ध्यान केंद्रित कर पाएंगी।
3. पार्टनर और परिवार की मदद लें
गर्भावस्था के बाद बच्चे की देखभाल में साथी या परिवार का सहयोग बहुत महत्वपूर्ण होता है। अपने जीवनसाथी और परिवार के सदस्यों से मदद मांगने में झिझक महसूस न करें। इससे आपके ऊपर से कुछ बोझ कम हो सकता है और आपको अपने करियर पर ध्यान केंद्रित करने का समय मिल सकेगा।
4. खुद की देखभाल को न भूलें
करियर और बच्चे की देखभाल के बीच, खुद की देखभाल पर ध्यान देना भी ज़रूरी है। एक स्वस्थ शरीर और मानसिक स्थिति से ही आप बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगी। नियमित रूप से व्यायाम करें, सही आहार लें और पूरी नींद लेने की कोशिश करें। अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना जरूरी है ताकि आप दोनों जिम्मेदारियों को अच्छे से निभा सकें।
5. मल्टीटास्किंग से बचें और काम का बंटवारा करें
गर्भावस्था के बाद महिलाओं के ऊपर कई जिम्मेदारियां होती हैं, लेकिन मल्टीटास्किंग करने की कोशिश करने से आप खुद को थका सकती हैं। बेहतर होगा कि आप काम को प्राथमिकता के आधार पर विभाजित करें और कुछ जिम्मेदारियां दूसरों को सौंपें। काम का बंटवारा करके आप न केवल अपनी ऊर्जा बचा पाएंगी, बल्कि हर काम को बेहतर ढंग से कर पाएंगी।