Green Bangles: हिंदू संस्कृति में सावन का महीना बहुत शुभ माना जाता है और यह भगवान शिव को समर्पित है। इस महीने के दौरान भक्त भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए पूजा और परंपराओं का पालन करते हैं। सावन में ऐसी ही एक परंपरा है हरी चूड़ियाँ पहनने की। हरा रंग विकास, समृद्धि और उर्वरता से जुड़ा है। हरा रंग प्रकृति से भी जुड़ा हुआ है और मानसून के मौसम के दौरान हरी-भरी हरियाली को दर्शाता है, जो सावन के महीने के साथ मेल खाती हैं। सावन के दौरान हरी चूड़ियाँ पहनना भगवान शिव का सम्मान करने और उनका आशीर्वाद लेने का एक तरीका माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि हरी चूड़ियाँ पहनने से सौभाग्य और समृद्धि आती है। चूड़ियों की आवाज़ को शुभ माना जाता है और माना जाता है कि यह निगेटिव एनर्जी को दूर करती हैं।
जानिए सावन में क्यों पहनी जाती हैं हरी चूड़ियाँ
1. उर्वरता का प्रतीक
हरा रंग उर्वरता और प्रचुरता का प्रतीक होता है। माना जाता है कि सावन में हरी चूड़ियाँ पहनने से उन कपल के लिए आशीर्वाद लाता है जो कंसीव करने की कोशिश कर रहे हैं या पारिवारिक जीवन में सामंजस्य बैठाने की कोशिश कर रहे हैं। इससे लाइफ में ग्रोथ और एनर्जी लाने के लिए भी पहना जाता है।
2. विवाहित महिलाओं के लिए शुभ
विवाहित महिलाएं अपने मैरिटल स्टेटस के प्रतीक के रूप में और अपने हसबैंड्स की वेल बीइंग और दीर्घायु के लिए प्रार्थना करने के लिए हरी चूड़ियाँ पहनती हैं। इसे वैवाहिक बंधन को मजबूत बनाने के लिए शुभ माना जाता है। हरी चूड़ियों को सुखी और समृद्ध वैवाहिक जीवन के प्रतीक के रूप में देखा जाता है।
3. नेचर को रिप्रेजेंट करती हैं
सावन मानसून के मौसम से जुड़ा है, जहां प्रकृति अपनी हरियाली के साथ जीवंत होकर खिलती है। सावन में हरी चूड़ियाँ पहनना प्रकृति की सुंदरता और प्रचुरता से कनेक्ट होने का एक तरीका है। इन्हें जीवन में विकास और नयापन लाने से जोड़कर देखा जाता है।
4. भगवान शिव की भक्ति
सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है इस महीने में भगवान शिव की सर्वोच्च देवता के रूप में पूजा की जाती है। हरी चूड़ियों को पहनना भगवान शिव का आशीर्वाद और सुरक्षा पाने का एक तरीका माना जाता है। माना जाता है कि इससे भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और उनके साथ स्पिरिचुअल कनेक्शन मजबूत होता है।
5. सामुदायिक और उत्सव की भावना
सावन के महीने में हरी चूड़ियाँ पहनना केवल एक व्यक्तिगत प्रथा नहीं है, बल्कि एकजुटता व्यक्त करने और सावन के उत्सव में पार्टिसिपेट करने का एक तरीका भी है। विशेष रूप से महिलाएं सावन के उत्सव और सांस्कृतिक महत्व के एक हिस्से के रूप में खुद को हरे रंग के कपड़ों ज्वैलरी पहनकर सजाती हैं।