5 Indian Women Who Made A Strong Impression On India : भारतीय महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है और अपने नाम के साथ खुद की पहचान भी बना रही है। माना जाता है कि पहले के समय में औरतें सिर्फ खाना बनाने के लिए होती थी मगर बहुत सी ऐसी महिलाएं हैं जिन्होंने इतिहास में भारत का नाम रोशन किया है। भारतीय महिला हर क्षेत्र में पुरुषों को बराबर की टक्कर दे रही है और आपनी जगह बना रही है। आपनी मेहनत से लोगों के दिल में अपनी जगह हमेशा के लिए बनाई है।
महिलाएं जिन्होंने भारत में अपनी मजबूत छवि बनाई
1. मदर टेरेसा
मदर टेरेसा एक 'रोमन कैथोलिक नन' थी और वे 1979 में 'नोबेल शांति पुरस्कार' जीतने वाली भारत की पहली महिला बनीं। मदर टेरेसा ने बहुत सारे 'मिशनरीज ऑफ चैरिटी' की स्थापना की। मदर टेरेसा ने अपना पूरा जीवन सामाजिक कार्यों में लगाया था। मदर टेरेसा अधिकतर समय गरीबों की मदद, बीमार व्यक्ति की सेवा और अनाथ बच्चों के लिए भला करने में लगी रहती थी।
2. इंदिरा गांधी
भारत की पहली महिला प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी बनीं थी। इंदिरा गांधी 1966 से 1977 तक पूरे भारत की सेवा की। 1999 में इंदिरा गांधी को बीबीसी के द्वारा एक सर्वेक्षण में 'वुमन ऑफ द मिलेनियम' के रूप में सम्मानित किया गया था। 1971 में, इंदिरा गांधी 'भारत रत्न पुरस्कार' प्राप्त करने वाली भारत की पहली महिला बनीं। ।
3. किरण बेदी
1972 में, किरण बेदी भारत की पहली महिला आई पी एस ऑफिसर बनी साथ ही वे भारत की पहली महिला अधिकारी बनीं थी। 2003 में, किरण बेदी भारत की पहली महिला थी जिन्हें 'संयुक्त राष्ट्र नागरिक पुलिस' सलाहकार के रूप में सम्मानित किया गया था।
4. अंजलि गुप्ता
भारतीय वायु सेना में अंजलि गुप्ता कोर्ट मार्शल होने वाली भारत की पहली महिला फ्लाइंग ऑफिसर थी। अंजलि गुप्ता बेंगलुरु शहर में 'एयरक्राफ्ट सिस्टम्स एंड टेस्टिंग इस्टैब्लिशमेंट यूनिट' में काम किया करती थीं। अंजलि गुप्ता ने दिल्ली के 'विश्वविद्यालय से समाजशास्त्र' में परास्नातक पूरा कि और 2001 में वे भारत की पहली बेलगाम में नियुक्त बनी।
5. सरला ठकराल
सरला ठकराल जब 21 साल की थी तब उन्हें विमान उड़ाने का लाइसेंस मिला था। सरला ठकराल विमान उड़ाने वाली भारत की पहली महिला बनीं। सरला ठकराल एक विमान उड़ाने के एक हजार घंटे पूरे कि और फिर 'ए' लाइसेंस प्राप्त करने वाली भारत की पहली महिला पायलट बनीं।