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Photograph: (Pinterest)
दीवाली भारत में सबसे बड़ा त्यौहार हैं, और इस पर ही भारत सबसे ज्यादा pollution और unsustainable तरीके से इसे मनाता हैं, जो उसके आसपस के वातावरण के साथ उसके ही आने वाले पीढ़ी के भविष के अधिकारों पर प्रश्न उठाता हैं। आज के समय में बढ़ते प्रदूषण और भविष्य की पीढ़ी को ध्यान में रखते हुए, त्यौहारों को sustainable living बनाना जरूरी हैं। इस दीवाली कुछ ऐसे तरीके अपनाएँ जो भारत के पारंपरिक तरीकों में से ही एक हैं पर Eco-Friendly भी, जिससे वर्तमान में आप कार्बन-फुट प्रिंटिंग को भी कम कर पाएंगे।
Eco-Friendly Diwali: कैसे बनाएं इस दिवाली को इको फ्रेंडली ?
कुछ ऐसे तरीके जिनसे इस दीवाली को हेल्थी और इको फ्रेंडली बनाएं:
1. firecracker नहीं green firecracker जलाएं
जो पटाखे हम इस्तेमाल करते हैं वह रोशनी तो देते हैं, पर साथ ही बहुत प्रदूषण करते हैं, और इसके तेज आवाज से हमारे आसपास के जानवर और पक्षी भी डरते हैं, तो ऐसे में green firecracker एक अच्छा उपाय हैं, साथ ही यह sustainable भी हैं। कुछ ऐसे पटाखे भी आते हैं जिन्हे जलाया नहीं लगाया जाता हैं ताकि हर दीवाली एक नए जीवन को जन्म दिया सके- nature का re-birth।
2. लाइटिंग हो पर बल्बों से नहीं दीपक से
भारत पारंपरिक तरीकों से बहुत धनी रहा हैं, उसका कल्चर उसके हाथों की कला में निवास करता हैं, भारत में मिट्टी की कला काफी पुरानी और सुंदर हैं और जब यह त्यौहार से मिलती हैं तो उसको और खूबसूरत बना देती हैं। इस दीवाली अपने आसपास के छोटे और लघु उद्योग चलाने वाले कारीगरों से उनके हाथ की कला को खरीदें और अपने घर को जगमगाएं। क्योंकि किसी की मुस्कान आपका त्यौहार को और सुंदर बना देती हैं।
3. landfill को न भरें, कुछ ऐसा जो हमेशा साथ रहें
इस दीवाली ऐसा गिफ्ट न करें जो सिर्फ landfill में जाएं और कचरा बन जाएं, बल्कि ऐसा जो हमेशा साथ रहें- एक किताब जो ज्ञान बन जाएं, हाथों से बनी यादें और कुछ ऐसा जो बेहद खास और दीवाली को सबसे यादगार बनाएं।
4. मिठाई बिना गिल्ट के (sweets without guilt)
दिवाली पर आर्टफ़िशियल कलर की मिठाई की जगह इस बार कुछ ऐसा बनाएं जो हेल्थ के लिए बेहतर हो। अबकी बार मिठाई को नैचुरल sweetener से बनाएं, इस बार हेल्थी रेसिपी जो लाइट और टेस्टी हो जरूर बनाएं। या एक खीर जो सबके मन को भांति हैं जरूर बनाएं जैसे आप बनाते आएं है पर कुछ हट कर।
5. नैचुरल सजावट जो भाँए मन को
इस बार फूलों से घर को सजाएं, रंगोली जो फूलों से सजी हो। क्योंकि जब आप प्रकृति के करीब आते हैं तो खुद को बेहतर जीते हैं। फूलों की सजावट मन को भांति हैं नैचुरल खूसबू का कम भी करती हैं। मोगरा, गुलाब और अपने देशी फूलों से हर कोने को जरूर सजाएं।