Yoga Poses For Asthma: अस्थमा एक गंभीर बीमारी है जो हमारी बॉडी के रेस्पिरेट्री सिस्टम से जुड़ी होती है। अस्थमा में हमें सांस लेने में समस्या होती है। अलग-अलग व्यक्तियों में कई अलग लक्षण हो सकते हैं। माना जाता है कि योग में हर एक बीमारी को ठीक करने की क्षमता है बशर्ते उसे सही ढंग से किया जाए और साथ ही करने वाले व्यक्ति को इसकी जानकारी हो। अस्थमा से पीड़ित व्यक्तियों के लिए योग फायदेमंद हो सकता है क्योंकि यह फेफड़ों की कार्यक्षमता में सुधार, श्वसन सहनशक्ति बढ़ाने और तनाव को कम करने में मदद करता है। लेकिन जरूरत है अस्थमा को ठीक करने वाले बेस्ट योगासन को जानने और करने की। इससे आपको अस्थमा से भी आराम मिलेगी और आपकी शारीरिक शक्ति भी बढ़ेगी। योग हमारी बॉडी के लिए फायदेमंद है लेकिन अस्थमा में कौन से योगासन किये जाएँ आइये जानते हैं।
जानिए अस्थमा में आराम पहुंचाने वाले कुछ योगासन
1. सुखासन (आसान मुद्रा)
अपने पैरों को क्रॉस करके फर्श पर बैठें, ध्यान रखें कि आपकी रीढ़ सीधी हो और आपके कंधे आराम से हों। यह मुद्रा गहरी सांस लेने को बढ़ावा देती है, जो एयर-वे को ओपन करने और लंग्स की कैपासिटी बढ़ाने में हेल्प कर सकती है।
2. शवासन (शव मुद्रा)
अपनी पीठ के बल सीधे लेट जाएं, पैर थोड़े अलग हों और भुजाएं बगल में शिथिल हों, हथेलियां ऊपर की ओर हों। अपनी आंखें बंद करें और गहरी, धीमी सांस लेने पर ध्यान केंद्रित करें। शवासन रेस्ट को बढ़ावा देता है और तनाव को कम करने में मदद करता है, जो अस्थमा के लक्षणों के प्रबंधन के लिए फायदेमंद हो सकता है।
3. भुजंगासन (कोबरा पोज़)
अपने पेट के बल लेटें और अपनी हथेलियों को अपने कंधों के नीचे फर्श पर रखें। गहरी सांस लें और अपने ऊपरी शरीर को ऊपर उठाएं, अपनी पीठ को झुकाएं और अपने शरीर के अगले हिस्से को फैलाएं। यह मुद्रा चेस्ट को फैलाने में मदद करती है और सांस लेने में सुधार करती है।
4. सेतु बंधासन (ब्रिज पोज़)
अपने घुटनों को मोड़कर और पैरों को फर्श पर सपाट रखते हुए अपनी पीठ के बल लेटें। अपने पैरों को ज़मीन पर दबाएँ, अपने हिप्स को ऊपर उठाएँ और अपने हाथों को अपने शरीर के नीचे एक साथ लाएँ। यह मुद्रा छाती को खोलती है और गहरी सांस लेने को बढ़ावा देती है।
5. मत्स्यासन (मछली मुद्रा)
अपने पैरों को फैलाकर और अपनी भुजाओं को बगल में आराम से रखते हुए अपनी पीठ के बल लेटें। अपनी हथेलियों को अपने कूल्हों के नीचे रखें, फिर अपनी पीठ को झुकाते हुए अपनी छाती को ऊपर उठाएं और अपने सिर के ऊपरी हिस्से को फर्श पर रखें। मत्स्यासन छाती को फैलाता है, जिससे बेहतर सांस लेने में मदद मिलती है।