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Sushmita Sen: एक ऐसी आइकॉन जो बनी महिलाओं की प्रेरणा

बॉलीवुड | प्रेरणादायक: सुष्मिता सेन केवल एक अभिनेत्री या फिर मिस यूनिवर्स ही नहीं बल्कि देश की सभी महिलाओं के लिए एक आइकॉन भी हैं जिन्होंने अपना जीवन पूरे आत्म सम्मान एवं आत्मविश्वास के साथ जिया है और महिलाओं की आगे बढ़ाने की प्रेरणा भी बनीI

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Sukanya Chanda
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Sushmita Sen The Icon Who Became An Inspiration For Woman (image credit- Hindustan Times)

Sushmita Sen The Icon Who Became An Inspiration For Woman: सुष्मिता सेन हमारे देश की उन सेलिब्रिटीज में शामिल है जिन्होंने न केवल अपने हुनर से देशवासियों का दिल जीता है बल्कि समाज के महत्वपूर्ण मुद्दों के लिए अपनी आवाज़ भी उठाई हैI हैदराबाद में रहने वाली एक मध्यवर्गीय बंगाली परिवार में जन्मी सुष्मिता सेन के पिता शुबीर सेन, भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर रह चुके हैं और उनकी मां शुभ्रा सेन, एक ज्वेलरी डिजाइनरI बचपन से ही सुष्मिता को अपने माता-पिता से जीवन में कभी हार ना मानने और सिर उठाकर जीने की शिक्षा मिली जिसकी बदौलत आज वह कई महिलाओं के लिए एक प्रेरणा हैI 

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सुष्मिता सेन ने अपने जीवन में कई रोल निभाए हैं-

मिस यूनिवर्स 

भारत से फिलिपींस तक का सफर शायद आसान न था लेकिन सुष्मिता के मन में जज़्बा था जिसकी बदौलत उन्हें यह सम्मान मिलाI जहां फेमिना मिस इंडिया 1994 में जाने की सुष्मिता की हिम्मत नहीं हो रही थी क्योंकि एक तो उनकी टक्कर ऐश्वर्या राय से थी और दूसरी ना ही उनके पास डिजाइनर कपड़े थे लेकिन उनके मन के दिए हौसले की बदौलत उन्होंने टेलर के सिले हुए सरोजिनी नगर की कपड़े पहनकर इतने बड़े मंच पर रैंप वॉक किया जहां उनके व्यक्तित्व के शान से उनके कपड़ों की चमक और बढ़ गईI वही औरत आगे चलकर उसी साल फिलीपींस में मिस यूनिवर्स 1994 बनीI अपनी उपलब्धि पर सुष्मिता ने 'जीना इसी का नाम है' में कहा था कि-

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"मेरे लिए वह दिन जिस दिन मैं वह ड्रेस पहन के मिस इंडिया जीती थी, मेरे लिए इतनी बड़ी बात है कि देखिए इंसान को जो चाहिए होता है उसके लिए पैसे की ज़रूरत नहीं होती, इंसान की इंटेंशन सही होनी चाहिएI"

एक अभिनेत्री

लेकिन सिलसिला सिर्फ मिस यूनिवर्स तक का नहीं था उन्हें अब और भी आगे जाना थाI 1996 में सुष्मिता सेन ने महेश भट्ट की फिल्म 'दस्तक' के साथ बॉलीवुड में अपना पहला कदम रखाI उसके बाद सलमान खान एवं शाहरुख खान जैसे बड़े-बड़े एक्टर्स के साथ उन्होंने काम कियाI 2004 में 'मैं हूं ना' में मिस चांदनी के किरदार के द्वारा सुष्मिता साड़ी में सभी के लिए एक स्टाइल आइकन बन गईI सुष्मिता ने न केवल कमर्शियल फिल्म किया बल्कि 'चिंगारी' एवं 'निर्वाक' जैसे क्रिएटिव फिल्मों के द्वारा उन्होंने अपने लाजवाब अभिनय का उदाहरण दियाI 

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2020 उनके अभिनय जीवन का एक टर्निंग पॉइंट बना जब राम माधवाणी के वेब सीरीज़ 'आर्या' के द्वारा उन्होंने एक निडर, साहसी एवं सशक्त महिला का किरदार अदा कियाI 2023 में 'ताली' नामक वेब सीरीज़ में ट्रांसजेंडर एक्टिविस्ट गौरी सावंत की भूमिका निभाकर उन्होंने दर्शकों को स्तब्ध कर दियाI 

एक मां

समाज में जहां आज भी एक नारी से यह उम्मीद लगाई जाती है कि 30 साल के अंदर वह शादी करके मां बन जाए वही सुष्मिता ने इन सभी रूढ़िवादिता को तोड़कर एक नया उदाहरण बनायाI 21 साल की उम्र में उन्होंने एक बेटी को एडॉप्शन करने की ठानी और 3 साल बाद उन्होंने अपनी बड़ी बेटी रेनी को अडॉप्ट किया और 2010 में अपनी छोटी बेटी अलीसा कोI आज उन्हें अपनी बेटियों से ज्यादा उनकी बेटियों को उन पर ज्यादा गर्व हैI उनकी इस पहल से लोग इतने प्रेरित हुए की एडॉप्शन रेट इस साल 40% बढ़ गईI 

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सुष्मिता सेन ने अपने जीवन में कई उतार-चराव देखे लेकिन उन सबके बावजूद भी उन्होंने फाइट बैक कियाI चाहे वह मिस यूनिवर्स का खिताब जीतना हो या अपने अभिनय से सबका दिल जीतना या एक बिजनेस वूमेन बनना या फिर एक मां बनकर अपने बच्चों का पालन पोषण करना, सुष्मिता ने जीवन के हर एक रोल को बखूबी निभाते हुए भारतीय नारियों के लिए एक आदर्श बनी और यह साबित कर दिया कि वह सच में मिस इंडिया हैI

Sushmita Sen शाहरुख खान ताली आर्या
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