Social Anxiety: सोशल एंजाइटी, एक ऐसा रोग जो व्यक्ति को सामाजिक स्थितियों में डर, चिंता, और विपरीत विचारों का सामना करवाता है। क्या आप भी किसी सभा, पार्टी, मीटिंग में जाने से या लोगो से घुल मिलने से घबराते है अगर हां तो आप भी सोशल एंजाइटी के शिकार हैं। इससे लोगों की दैनिक जीवन में सामाजिक घटनाओं से बचने की इच्छा होती है, और वे अक्सर अलग ही रहते हैं। इससे उन्हें खुद को अकेला और असमर्थ महसूस होता है, जो उनके साथियों और परिवार के साथ संवाद में बाधा डालता है। सोशल एंजाइटी के कारण लोग बड़ी संख्या में सामाजिक घटनाओं से बचते हैं, जैसे कि सामूहिक कार्यक्रमों या सामूहिक समारोहों में शामिल होने से इनकार कर देते हैं। यह समस्या व्यक्ति के स्वाभाविक जीवन को प्रभावित करके उसकी सामाजिक, पेशेवर और व्यक्तिगत उत्साह को कम कर सकती है। आइए जानें सोशल एंजाइटी को दूर करने के लिए 5 टिप्स।
लोगों से बात करने में होती है घबराहट, तो सोशल एंजाइटी को दूर करने के लिए अपनाए ये 5 टिप्स
1. अपनी साँसों को कंट्रोल करे
अपनी सांसों को नियंत्रित करने के लिए, गहरी सांस लेने की साधना करें। सांस लेते समय, ध्यान केंद्रित करें और धीरे-धीरे और गहराई से सांस लें , यहे करने से आप अपने शरीर को आराम और सुरक्षा का अहसास कराएँगे।
2. मांसपेशियो को रिलैक्स करे
इसमें आप पीएमआर जैसी एक्सरसाइज़ का यूज़ करसकते है , जिसमे पहले बॉडी को तनाव देना होता है फिर रिलैक्स छोड़ना होता है। इससे ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट को कम करने में मदद मिलती है और ऐसा करने से सोशल एंजाइटी की समस्या भी खत्म होती है।
3. ख़ुद को रखे तैयार
स्थिति में शांति और स्थिरता के लिए ध्यान और प्राणायाम का अभ्यास करें।अगर आपको पता है कि आप किसी विशेष स्थिति में सामाजिक अशांति महसूस करते हैं, तो उस स्थिति का अभ्यास करें। सोचें कि आप कैसे प्रतिक्रिया करेंगे और कैसे स्थिति को संभालेंगे।
4. कम भीड़ वाली जगह पर पहले जाए
ज़्यादा भीड़ वाली जगह से पहले कम भीड़ वाली जगह पर जाये जिससे आपका कॉन्फिडेंस बढ़ेगा और आप एकदम से घबरायेंगे नहीं । यह आपको सोशल एंजाइटी में बहुत मदद करेगा। लोगों से मिले तो आंखे मिला कर बात करने का प्रयास करें इससे सोशल एंजाइटी की समस्या कम होती है।
5. अपनी इंद्रियो का करे इस्तेमाल
अपनी सोच को सकारात्मक बनाए रखने के लिए ध्यान दें। सोशल स्थितियों में अपने विचारों को स्पष्ट और सकारात्मक बनाने के लिए प्रयत्न करें। अपने आप को समझें, अपने भावनाओं और आत्म-संवेदना को समझकर आप अपने अनुभवों को सही तरीके से प्रबंधित कर सकते हैं। दूसरों के साथ विचार विनिमय करके आप अपनी सामाजिक अशांति को कम कर सकते हैं।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।