Restrictions In Girls Life: इस समाज में अभी भी कई घरों में देखा जाता है कि लड़कियों को कई सारी पाबंदी का सामना करना पड़ता है। उनकी नॉर्मल जिंदगी जीने पर भी लोग उन्हें कई सारे ताने मारते हैं और शक की नजर से देखते हैं। क्या समाज में लड़कियों का तरक्की करना भी गलत है? आइये इस बारे में थोड़ी चर्चा करते हैं।
लड़की के नॉर्मल जिंदगी जीने पर भी क्यों लगाते हैं पाबंदी?
पढ़ाई-लिखाई, ग्रोथ करने और एक करियर बनाने का अधिकार तो सभी को है। किसी के बाहर जाना घूमने फिरने पर भी पाबंदियां दिया लगाना तो ठीक नहीं। अक्सर कहीं घर में इन सब चीजों को लड़कियां रोज मिलती है।
इन रूढ़िवादी विचारधाराओं को कम करना भी बहुत मुश्किल होता है, जब बातें समाज में खुलकर बोली जाती है। तो कुछ पिछड़े सोच के लोग इस बात का समर्थन नहीं करते और इस बात की विरोध में रहते हैं कि किसी भी लड़की का बाहर जाना और पढ़ना लिखना ठीक है।
कपड़े पहनने पर भी पाबंदी
कई बार समझ में ऐसे ही विचारधाराओं का सामना करना पड़ता है जिसमें की लड़कियों को अपने मन के कपड़े पहनने पर भी रोका जाता है। घर में रहो यह मत पहनो, वो मत पहनो, ज्यादा मत हंसो, अपने वजन को कंट्रोल में रखो, अपना ध्यान रखो।
यहां तक की सांवली और गोरी लड़कियों में भी बहुत भेद किए जाते हैं। सांवली लड़कियों को अक्सर बहुत से ताने सुनने को मिलते हैं। तुम्हारे ऊपर यह कलर नहीं जचता, तुम्हें उबटन लगाने चाहिए और क्या-क्या नहीं।
लड़कियों के घर के रोज के कामों में भी बहुत से भेदभाव का सामना भी करना पड़ता है। घर के हर काम को घर की लड़कियां ही करती हैं जबकि इस काम का भर घर के बेटों के ऊपर बिल्कुल भी नहीं जाता। आज दुनिया बहुत आगे बढ़ गई है लड़कियां हर क्षेत्र में अपना नाम रोशन कर रही है। ऐसे में किसी भी प्रकार का भेदभाव करना ठीक नहीं होता। हर लड़की ऊंचाई पर पहुंच सकती है पर उसके लिए परिवार वालों का सपोर्ट होना बहुत आवश्यक होता है। यही लड़कियों के लिए एक प्रेरणा बनता है।