Stop Being Ashamed Of Your Body: देखों कितनी मोटी है वो, कपड़े भी फिट नहीं हो रहें। अरे उसे देखों कितनी पतली है, कपड़े कितने ढीले हैं। सोसायटी कितनी ही हाई फाई क्यों न हो जाएं मगर ऐसी बातें करने वाले लोग अक्सर हमारे आस पास ही नजर आते हैं। बॉडी शेमिंग हमारे समाज के सबसे बड़े मुद्दों में से एक है। खुद को एक्सेप्ट करना बहुत जरूरी होता है क्योंकि जब तक हम खुद को नही एक्सेप्ट (Accept) करते तब तक कोई और हमारी रिस्पेक्ट नही करता। जब हम अपनी असली पहचान को एक्सेप्ट कर लेते हैं, तो हमारी लाइफ बहुत ही आसान हो जाती है और हम खुल कर अपनी लाइफ जी सकते हैं। हमें खुद को खुश रखने के लिए किसी और पर डिपेंड नहीं होना चाहिए। अपनी खुद की खुशी की कीमत को समझें। अक्सर देखा जाता है कि जिन लोगों का वेट बहुत ज्यादा या कम होता है, वे खुद पर शर्मिंदा होते हैं या फिर जिन लोगों की हाइट छोटी होती है, वे भी अक्सर खुद को शर्मिंदा महसूस करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इससे आप न केवल खुद से नफरत कर रहे होते हैं, बल्कि आप अपना खुद पर से भरोसा भी खो रहे होते हैं। अगर आप अपनी दिखावट और पर्सनैलिटी (Personality) से सेटिस्फाई नहीं हैं, तो इसका नेगेटिव प्रभाव आपकी पूरी लाइफ पर पड़ सकता है। आइए आपको बताएं कि आप कैसे इस शर्मिंदगी से निकलकर कॉन्फिडेंस (Confidence) के साथ जी सकते हैं।
अपनी बॉडी पर शर्मिंदा होना करें बंद
खुद को पहचानें
अपने आप को पहचानना बहुत जरूरी है। आपको अपनी बॉडी, स्किन, और पर्सनैलिटी के साथ सहज होने की जरूरत है, किसी दूसरे के कहने पर खुद को बदलने की जरूरत नहीं। अगर आप हमेशा दूसरों की राय के लिए अपने लुक को लेकर परेशान रहेंगे, तो यह आपको मुश्किलों में डाल सकता है।आपको अपनी पर्सनैलिटी को निखारने वाली चीजों पर ध्यान देना चाहिए। आपको यह जानना चाहिए कि आपको कौनसे काम पसंद हैं, और आप किस चीज में अच्छे हैं। अगर आप अपने आप को पहचान लेते हैं और उन काम को करते हैं जिनमें आप माहिर हैं, तो आप खुद का कॉन्फिडेंस बढ़ाएंगे।
खुद को जागरूक करें
आपकी लाइफ में अपका मोटिव क्या है? आप किन चीजों के बारे में सोचते है और किन बातों को लेकर इमोशनल है? कौनसी बाते आपको इंस्पायर करती हैं उनके बारे में सोचे। एक रिसर्च ने बताया है की सेल्फ अवेयरनेस बहुत जरूरी होती है इससे न सिर्फ आपको कॉन्फिडेंस मिलता है बल्कि आप अपनी काबिलियत भी पहचान पाते है। कॉन्फिडेंस से ही हम समाज में अपनी विशेष पहचान बना सकते हैं और लोगों के साथ संबंध बना सकते हैं। यही नहीं, सही डिसिजन लेने में भी हम सक्षम हो सकते हैं। सेल्फ अवेयरनेस हमें मेंटली, इमोशनली, स्पिरिचुअली और फिजिकली मजबूत बनते है। यह हमें खुद से प्यार करने और अपनी फिजिकली क्षमताओं को समझने में मदद करती है।
सोशल मीडिया से बनाएं दूरी
अगर आप बॉडी शेमिंग की समस्या से गुजर रहे हैं, तो फेसबुक, इंस्टाग्राम, स्नैपचैट जैसे सोशल मीडिया (Social Media) प्लेटफ़ॉर्मों पर स्क्रॉल करना तुरंत बंद कर देना चाहिए। सोशल मीडिया रियल (Real) नहीं है, यह एक रील (Reel) दुनिया से लबालब माहौल है जो दिखने में यूनिक है। आप कुछ महीनों के लिए सोशल मीडिया से दूर रहें और खुद पर ध्यान लगाएं। अपनी पसंद की चीजें करें, जैसे कि आपको पढ़ना पसंद है या जो भी एक्टिविटी आपको प्रिय है, उसे करें। इससे आप अधिक सोचने से बच सकते हैं।
गलत बात करने वालो से दूर
यदि आपके कुछ ऐसे दोस्त या परिवार के सदस्य हैं जो केवल नेगेटिव टिप्पणियाँ करते हैं और आपकी इमोशंस को आहत करते हैं, तो उनसे तुरंत दूरी बनाएं। अपने आसपास ऐसे लोगों का माहौल बनाएं जो आपका सपोर्ट करते हैं और केवल आपके लिए बेस्ट चाहते हैं। जो लोग नेगेटिव और कुटिल टिप्पणियाँ करते हैं वे खुद बड़े पैमाने पर असुरक्षित होते हैं और खुद को बेहतर महसूस कराने के लिए आपको गलत बातें कहते हैं। ऐसे नए दोस्त बनाएं जो आपके आसपास के माहौल को मजेदार और पॉजिटिव बनाएं और आपको निराश न करें। नेगेटिव माहौल से बाहर निकलना आपके कॉन्फिडेंस को बढ़ाने वाला हो सकता है।
खुद को एक्सप्रेस करें
रिसर्च ने साबित किया है कि एक्सरसाइज और वर्कआउट से मूड बूस्ट होता है, क्योंकि इससे हैप्पी हार्मोन्स रिलीज होते हैं जो आपको खुशी में लाता है और आपका कॉन्फिडेंस बढ़ाता है। इसके अलावा, अपने पर्सनैलिटी को व्यक्त करना भी जरूरी है। जो कपड़े आपको पसंद हों, उन्हें पहनें और खुद को स्वीकार करें। मेकओवर भी कॉन्फिडेंस में वृद्धि करने में मदद कर सकता है। लाइफ में उस काम को करें जो आपको खुशी और संतुष्टि देता है। ध्यान दें कि आप सभी को खुश नहीं कर सकते, लेकिन आप खुद को खुश कर सकते हैं और अपने आप को स्वीकार कर सकते हैं।
खुद को एक्सेप्ट करें
अपने आप को स्वीकार करना बहुत जरूरी है। जब हम खुद को स्वीकार करते हैं, तो हमारा कॉन्फिडेंस बढ़ता है और हम अपने आसपास के लोगों के साथ भी सहयोगी बनते हैं। खुद के साथ प्यार और सपोर्ट का भाव रखना हमें अपने ड्रीम की दिशा में आगे बढ़ने में मदद करता है। और जब हम स्वीकार करते हैं कि हम जरूरी हैं, तो हम अपने लक्ष्यों की ओर साथ चलने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।