5 Best Ways To Relieve Period Cramps : पीरियड्स के कारण आपके गर्भाशय (Abdomen) की मांसपेशियां (Muscles) सिकुड़ती है जिसके कारण आपको उस जगह दर्द महसूस होता है। ऐसे में कोशिश कीजिएगा कि शरीर को ज़्यादा से ज़्यादा आराम मिले। लेकिन कुछ ऐसे भी घरेलू उपचार है जिससे कि आपको जल्द ही राहत प्राप्त होगी और आप काम भी कर पाएंगी।
महिलाएं पीरियड्स क्रैंप्स से कैसे आराम पा सकती है
1. गर्मी का प्रयोग
इस इलाज को सबसे व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त है। पेट के निचले हिस्से (Lower abdomen) पर हीटिंग पैड या गर्म पानी का बोतल रखने से मांसपेशियों को आराम मिलता है। गर्माहट शरीर में रक्त संचार में सुधार लाता है। इसके अलावा आप उष्णतम गर्म पानी का स्नान भी कर सकते है।
2. थोड़ा सा व्यायाम एवं स्ट्रेचिंग
हल्का व्यायाम या स्विचिंग असल में मासिक मेंस्ट्रूअल क्रैंप्स को कम कर सकती है। शारीरिक गतिविधि रक्त प्रवाह को बढ़ाती है, एंडोर्फिन जारी करती है और गर्भाशय की मांसपेशियों को आराम देने में मदद करती है। पैदल चलना, योग जैसी गतिविधियां उपकारी साबित हुई है। उदाहरण के तौर पर कोबरा पोस, काउ पोस एवं फिश पोस काफी लाभदायक है। यदि व्यायाम करते वक्त किसी भी तरह की पीड़ा महसूस हो तो व्यायाम की तीव्रता को कम करने की कोशिश करे।
3. आराम के लिए हर्बल चाय
हर्बल चाय का प्रयोग लंबे समय से उनके औषधीय गुणों के लिए किया जाता है। इनमें से कुछ चाय ऐसे है जो मासिक पीरियड्स की पीड़ा से राहत पहुंचाती है। जैसे कि कैमोमाइल चाय में सूजनरोधी (Anti-inflammatory) गुण होते है जिससे कि आपको काफ़ी हद तक आराम प्राप्त होगा। यदि घर पर कैमोमाइल चाय मौजूद ना हो तो पुदीने की या अदरक और दालचीनी की चाय भी काफ़ी फायदेमंद है।
4. आवश्यक तेलों (Essential oils) के साथ अरोमाथेरेपी
लैवेंडर, क्लैरी सेज और मार्जोरम तेल अपने शीतल और दर्द निवारक गुणों के लिए जाने जाते है। इनमें से किसी भी आवश्यक तेल की कुछ बूंदों के साथ नारियल या बादाम तेल को मिलाए और उसे पेट के निचले हिस्से में धीरे से मालिश करे। इस्तेमाल करने से पहले तेल के ऊपर उल्लेख किए गए पैच का परीक्षण अवश्य करे ताकि उसकी कोई प्रतिकूल प्रक्रिया ना हो।
5. आहार की देखभाल करना
विशिष्ट आहार परिवर्तन करने से पीरियड्स की पीड़ा से काफ़ी राहत मिलती है। फलों, सब्जियों, साबुत अनाज का सेवन बढ़ाएं क्योंकि इनमें पोषक तत्व होते है जो सूजन को कम कर सकते है और हार्मोनल असंतुलन को नियंत्रित कर सकते है कैफ़ीन, शराब नमकीन खाद्य पदार्थों से बचे या कम करे। संतुलित एवं पौष्टिक आहार करे जोकि दीर्घकालीन लाभदायक है।