Habits That Increase Anxiety: बहुत से लोगों को चिंता की समस्या होती है इसके अलग-अलग रीजन होते हैं। हर किसी के अनुभव और चिंता के कारण अलग-अलग हो सकते हैं। कुछ सामान्य दैनिक आदतें हैं जो कई व्यक्तियों के लिए चिंता बढ़ा सकती है। यह ध्यान रखना जरूरी है कि ये सभी आदतें हर किसी को एक ही तरह से प्रभावित नहीं करती हैं और कुछ स्थितियां ऐसी भी होती हैं जिनमें लोगों को एंग्जाइटी की समस्या होती है और एंग्जाइटी का सबसे बड़ा रीजन आज-कल की लाइफस्टाइल है। लोग अपने आस-पास के लोगों के साथ समय बिताना भूल चुके हैं और अकेलापन ही एंग्जाइटी और डिप्रेशन को बढ़ाता है। आइये जानते हैं कि कौन सी आदतें आपकी एंग्जाइटी की समस्या को और ज्यादा बढ़ा सकती हैं।
जानिए कौन सी आदतें एंग्जाइटी को बढ़ाने में मदद करती हैं
1. बहुत ज्यादा कैफीन का सेवन
कॉफी, चाय, एनर्जी ड्रिंक और कुछ सोडा में कैफ़ीन होता है।बहुत ज्यादा मात्रा में इनका सेवन करने से चिंता और घबराहट बढ़ सकती है।
2. नींद की ख़राब आदतें
कम नींद या इर्रेगुलर नींद का पैटर्न आपके शरीर की नैचुरल रिदम को बाधित कर सकता है, जिससे एंग्जाइटी का लेवल बढ़ सकता है।
3. इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज का बहुत ज्यादा यूज़
ख़ासकर सोने से पहले इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स पर बहुत ज्यादा टाइम स्पेंड करना नींद के पैटर्न को बाधित कर सकता है जो एंग्जाइटी बढ़ने का एक बहुत बड़ा कारण हो सकता है।
4. एक्सरसाइज न करना
रेगुलर फिजिकल एक्टिविटीज़ में शामिल न होने से एंग्जाइटी का लेवल बढ़ सकता है। एक्सरसाइज़ करने से स्ट्रेस कम होता है और बेहतर मेंटल हेल्थ को बढ़ावा मिलता है।
5. खराब न्यूट्रीशन
प्रोसेस्ड फूड्स, मीठे स्नैक्स और कम न्यूट्रिशंस वाली डाइट लेने से आपकी ओवरऑल हेल्थ पर निगेटिव इफेक्ट डाल सकता है, जिसमें एंग्जाइटी भी शामिल है।
6. बहुत ज्यादा अल्कोहल का सेवन
कुछ लोग टेंपरी रूप से एंग्जाइटी को कम करने के लिए अल्कोहल का यूज़ करते हैं, बहुत ज्यादा अल्कोहल के सेवन से वास्तव में कुछ टाइम के बाद में चिंता को और भी ज्यादा बदतर बना सकता है।
7. सोशल इंटरैक्शंस को अवॉइड करना
खुद को आइसोलेट कर लेना और सोशल इंटरैक्शंस से बचना अकेलेपन और चिंता की भावनाओं को बढ़ावा दे सकता है। सोशल कनेक्शंस बनाए रखना और दूसरों के साथ ऐक्टिविटीज में पार्टिसिपेट करना बहुत ज़रूरी है।
8. जानबूझ कर चीज़ों को डीले करना
लगातार अपने कामों में देरी करना और लास्ट टाइम तक चीजों को डाले रखने से अननेसेसरी स्ट्रेस और एंग्जाइटी बढ़ जाती है। एक अच्छा टाइम मैनेजमेंट स्किल डेवलप करने से इससे होने वाली चिंता को कम करने में हेल्प मिल सकती है।
9. इनफॉर्मेशन ओवरलोड
लगातार निगेटिव न्यूज देखना या सोशल मीडिया पर बहुत ज्यादा टाइम स्पेंड करना आपके ब्रेन को स्ट्रेसफुल इनफॉर्मेशन से ओवरलोड कर सकता है, जिससे एंग्जाइटी का लेवल का बढ़ सकता है।
चेतावनी: प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श लें।