Follow These Tips To Avoid Overthinking: किसी भी व्यक्ति के लिए सोचना या विचार करना एक आम बात है। व्यक्ति अपने से जुड़ी या अन्य कई बातों के बारे में दैनिक तौर पर सोचता है लेकिन कुछ लोगों को ज्यादा सोचने की आदत होती है। जिसे ओवरथिंकिंग कहा जाता है। ओवरथिंकिग आज कल के समय में एक मानसिक समस्या बन चुकी है। ऐसे लोग जितना भी कोशिश करें उनका दिमाग लगातार कुछ न कुछ सोचता रहता है और वे इन बातों की वजह से परेशान रहने लगते हैं। ओवरथिंकिंग कोई बहुत बड़ी बीमारी नहीं है लेकिन यह समस्या जरुर है क्योंकि जो व्यक्ति ओवरथिंकिंग करता है उसे इसके कई नुक्सान नज़र आते हैं व्यक्ति का खुद पर कण्ट्रोल नहीं होता है और वह अन्दर ही अंदर चीजों को लेकर अपने विचार बना लेता है। जानिए ओवरथिंकिंग को कम करने के लिए कुछ टिप्स-
ये हैं ओवरथिंकिंग को कम करने के कुछ आसान टिप्स
1. जाने की कब ज्यादा सोच रहे हैं
पहली बात तो यह जानना जरूरी है कि आप कब ज्यादा सोचने के जाल में फंस रहे हैं। जब आपको ऐसा लगे कि आप एक ही समय पर कई चीजें सोच रहें जो आपको परेशान कर रही हैं या जब सोचते हुए आप अपने काम पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं तो उनके संकेतों और पैटर्न पर ध्यान दें और कुछ और सोचने की या कुछ करने की कोशिश करें जिससे आप इसे रोक सकें।
2. अपने विचारों को चुनौती दें
जब आप ज्यादा सोच रहे होंते हैं तो ज्यादातर आपके विचार निगेटिव होते हैं ऐसे में अपने विचारों की वैधता पर सवाल उठाएं और देखें कि क्या वे सच में सही हैं भी या नहीं। ऐसे में आपको अपना ध्यान भटकाने में मदद मिलेगी।
3. सोचने पर नियंत्रण की कोशिश करें
उन पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करें जिन्हें आप रोक सकते हैं और उन चीज़ों को जाने दें जो आपके नियंत्रण से परे हैं। जिन चीजों पर आपका नियंत्रण नहीं है ऐसी बातों के बारे में सोचते रहने से चिंता करने से अनावश्यक तनाव बढ़ता है।
4. अपना ध्यान भटकाएँ
अपने मन को नकारात्मक विचार पैटर्न से हटाने के लिए उन एक्टिविटीज में शामिल होने की कोशिश करें जिनमें आपको ख़ुशी मिलती है। यह आपकी हॉबीज, खेल, पढ़ना या आपके अपनों के साथ समय बिताना भी हो सकता है।
5. ज्यादा जानकारियां लेने से बचें
किसी स्थिति के बारे में लगातार ज्यादा जानकारी लेने से बचें। ओवरथिंकिंग में व्यक्ति को बहुत ज्यादा जानकारी लेने की आदत हो जाती है। बहुत अधिक जानकारी आपकी निर्णय लेने की प्रक्रिया को प्रभावित करती है।
6. अपनी बातों को लिखना सीखें
जर्नलिंग आपके विचारों को बाहरी रूप देने और आपके स्पष्ट होने का एक शानदार तरीका होता है। आपको अपनी बातों को ज्यादा से ज्यादा लिखना चाहिए। यह आपको अपने विचारों को समझने में भी मदद करेगा।
7. पुरानी बातों को कम सोचें
पिछली घटनाओं या बातचीत को दोबारा याद करने और उन्हें अपने दिमाग में बार-बार दोहराने से बचें। अतीत से सीखना जरूरी है लेकिन उस पर जरूरत से ज्यादा ध्यान देंना खतरनाक हो सकता है।