How Can A Housewife Take Care Of Herself While Taking Care Of The Family: सबसे ज्यादा अगर किसी के काम को अंडररेटेड समझा जाता है तो वो हाउसवाइफ हैं। उन्हें हमेशा ही ऐसा समझ लिया जाता है कि वो कुछ भी नहीं करती हैं। उनकी जिंदगी बहुत ज्यादा आसान है और पूरा दिन उन्हें कोई काम नहीं होता है। यह सारा दिन इंजॉय करती हैं। ऐसी ही कुछ बातें उन्हें सुनने को मिलती हैं जब हम किसी हाउसवाइफ की बात करते हैं लेकिन यह एक झूठ है जिसे सच बनाने की कोशिश की जाती है। एक हाउसवाइफ घर में सबसे पहले उठती है और आखिर में सोती हैं। उसे अपने लिए चाहे समय न मिले लेकिन सबके लिए खाना बनाती हैं और उनकी हर चीज को ऑर्गेनाइज करती हैं। आईए जानते हैं कि हाउसवाइफ अपना ध्यान कैसे रख सकती हैं-
घर के कामों के बीच खुद का ध्यान कैसे रखें हाउस्वाइफ
खुद के लिए समय निकालना शुरू करें
महिलाओं की सबसे बड़ी प्रॉब्लम है कि वो दूसरों के लिए समय निकालेगी लेकिन जब बात खुद की आती है तो इस बात को नजरअंदाज ही कर देती हैं। अब समय आ गया है कि महिलाएं भी अपनी शारीरिक और मानसिक सेहत के ऊपर ध्यान देना शुरू कर दें। उन्हें दिन में कुछ समय अपने लिए निकलना चाहिए जो सिर्फ उनका ही होगा। इसमें वो कुछ भी कर सकती हैं जैसे लिखना या फिर कोई अपनी मनपसंद मूवी देखना, घूमने जाना, चाय पीना, अकेले बैठना या फिर किसी से बातें करना आदि। यह उनके ऊपर निर्भर है कि उन्हें कैसे समय व्यतीत करना है औरनियमित रूप से इस समय को निकालने से आप प्रोडक्टिव महसूस करेंगे।
दूसरों को मना करना सीखें
हाउसवाइफ की बात की जाए तो वो दूसरों को कभी मना नहीं करती। उनके पास स्वयं के लिए चाहे समय न हो लेकिन दूसरों का काम पहले करेंग। इसमें उनका भी ज्यादा अपराध नहीं है क्योंकि उनकी परवरिश ऐसे ही की जाती है कि किस बात को मना नहीं करना है। हमेशा हर चीज के लिए सहमत ही होना है। इसके कारण उनके ऊपर काम का बोझ बढ़ जाता है। उनके पास पहले से ही बहुत सारी जिम्मेदारी होती है लेकिन जब वो दूसरों के बोझ को भी ले लेती हैं तब जिम्मेदारियां और बढ़ जाती है। इसलिए महिलाओं को दूसरों को मना करना सीखना चाहिए। अगर उनके पास समय नहीं है, वो थकावट महसूस कर रहे हैं या और भी कोई कारण है तो जरूर मना करना चाहिए। इससे आप सेल्फिश नहीं बन जाएगी।
खुद की सेहत को नजरअंदाज मत करें
बहुत सारी महिलाएं अपनी वेल्बीइंग को नजरअंदाज करती रहती हैं। उन्हें जब भी कोई समस्या हो जाए तो वह पेन किलर ले लेती हैं या फिर ऐसे ही काम करती रहती हैं। इसके कारण उन्हें बड़ी समस्याएं भी हो जाती है। ऐसे में आप हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं। अगर आप सुबह जल्दी उठते हैं तो सुबह का कुछ समय अपनी सेहत के लिए जरूर दें जैसे आप सैर करने जा सकते हैं या फिर कोई और फिजिकल एक्टिविटी कर सकते हैं। इसके साथ आप हेल्दी डाइट को भी खाना शुरू करें. आप दूसरों का ध्यान भी तभी रख पाएंगे अगर आप अपनी सेहत के ऊपर ध्यान देना शुरू करेंगे.
आध्यात्मिकता को जीवन में शामिल करें
यह महिलाओं की जीवन का जरूरी पहलू है और उनकी इमोशनल और मेंटल वेल बीइंग के लिए महत्वपूर्ण स्टेप है। इससे वो अपने इमोशंस को रेगुलेट करना सीख सकती हैं क्योंकि बहुत बार हमें इमोशंस को व्यक्त करने में समस्या होती है। हमें पता नहीं चलता है कि हम कैसे रिएक्ट करें। हम बार-बार गुस्सा करते रहते हैं और बहुत जल्दी चीजों के उपर रिएक्ट करते हैं। वहीं अगर आप मेडिटेशन में करते हैं तो आप इन सब चीजों के साथ डील कर पाएंगे। इसके साथ आपकी मेंटल हेल्थ भी अच्छी रहेगी। आपको स्ट्रेस या एंजायटी की चिंता नहीं होगी। आप खुश रहना सीखेंगे। आप पास्ट या फ्यूचर की चिंता करने कि बजाय आज के समय में रहना शुरू कर देंगे।