How To Manage Forgetfulness? : रोज़मर्रा की बिजी स्केड्यूल में हम सब अक्सर कई बातें और काम करना भूल जाते हैं और उन कामों के लिए समय ही नहीं निकाल पाते। कभी-कभी ऐसा होना तो नार्मल होता है लेकिन यह रोज़-रोज़ होने लगे और इसकी वजह से हमारी पर्सनल और प्रोफ़ेशनल लाइफ इफ़ेक्ट होने लगे तो इसे भूलने की बीमारी कहा जाता है।
आपको भी है भूलने की बीमारी तो करें यह
हम जब किसी स्ट्रेस या फिर टेंशन से गुज़र रहे होते हैं तो बहुत सी चीज़ें भूलने लगते हैं लेकिन जब हमारी टेंशन खत्म हो जाए तो ज़िंदगी 'बैक टू नार्मल' हो जाती है लेकिन हर बार ऐसा नहीं होता। कई बार हाइपरटेंशन या एक्सेसिव चिंता करने की वजह से जब दिनचर्या भी इफ़ेक्ट हो और रातों की नींद भी उड़ जाए और यह मामला लम्बे समय तक इफ़ेक्ट करे तो हमारे दिमाग और बॉडी पर कुछ नेगेटिव इफेक्ट्स हो सकते हैं। इनमें से एक है - भूलने की बीमारी (Dementia)। आइए जानते हैं कि क्या करें जब हम छोटी-छोटी बातें भूलने लगें और इस वजह से हमारी लाइफ ज़्यादा इम्पैक्ट होने लगे।
रोज़ करें फिजिकल एक्टिविटी
व्यायाम किसी भी तरह का हो चाहे वॉक, कार्डिओ, जिम या योगा, इससे आपका शरीर तो एक्टिव रहेगा ही, आपका माइंड भी स्टिमुलेट होगा। एक्सर्साइज़ आपकी बॉडी को तो तंदरुस्त रखेगी ही, आपकी यादाश्त को भी इम्प्रूव करेगी।
मेंटली एक्टिव रहना भी है ज़रूरी
जैसे एक्सर्साइज़ आपके शरीर को तरोताज़ा और शेप में रखती है वैसे ही अपने माइंड और ब्रेन को बिज़ी रखने से आपका दिमाग तंदरुस्त रहेगा। ये एक्टिविटीज़ आपको मेमोरी लॉस (Memory Loss) से भी बचा कर रखेंगीं। आप पज़्ज़ल गेम, क्रॉसवर्ड्स या शतरंज जैसी गेम्स खेल सकते हैं।
जितना हो सके खुद को ऑर्गनाइज़ रखें
आप अगर भूलने के आदी हैं तो अक्सर ही चीज़ें रख कर भूल जाते होंगें न। इस होच-पॉच से बचने के लिए अपना सामान ऑर्गनाइज़ड रखें। अपनी कीज़, वॉलेट, ग्लासेज़ को रखने की एक जगह फिक्स रखें। अपनी बातों को या इम्पोर्टेन्ट इनफार्मेशन को याद रखने के लिए उस इंसिडेंट को किसी सांग या आईडिया के साथ कनेक्ट कर लेंगे तो याद करने में आसानी होगी।
नींद पूरी करें
अपने दिमाग को प्रॉपर रेस्ट देने के लिए रात की नींद पूरी करनी बहुत ज़रूरी है। इससे आपका तन-मन दोंनो चुस्त-फ़रुस्त रहेंगे और आपके दिमाग पर तनाव भी कम रहेगा।
संतुलित डाइट लें
खाना ऐसा खाएं जो आपके शरीर को भी तंदरुस्त रखे और आपके दिमाग को भी पूरा पोषण दे। लो-फैट प्रोटीन वाला खाना खाएं। यह भी ध्यान रखें कि ज़्यादा शराब भी मेमोरी लॉस का कारण बन सकती है।
टेंशन्स को 'बाय-बाय' करने के लिए मेडिशन
आपकी स्ट्रेस को दूर करने के लिए मैडिटेशन रामबाण की तरह काम करेगी। मैडिटेशन से आपकी सारी चिंताओं का बोझ हल्का-सा हो जाता है।
अपने लाइफस्टाइल और सोचने के तरीके को पॉजिटिव करने से आपका माइंड स्ट्रेस फ्री हो सकता है। मेमोरी लॉस अगर दिन पर दिन बढ़ने लगे तो डॉक्टर से बात ज़रूर करें और रेगुलर टेस्ट करवाएं।