Self-Sabotaging Habits Women Need to Quit: हमारे समाज में महिलाओं के ऊपर काम का बोझ बहुत ज्यादा बहुत होता है। उन्हें अपनी वेल्बीइंग का बिल्कुल भी ध्यान नहीं होता है और ना ही उन्हें आराम करने का समय मिलता है। वे सारा दिन काम करती रहती हैं, और सुबह सबसे पहले उठती हैं और रात में सबके बाद बाद में सोती हैं। इसके साथ ही परिवार की तरफ से भी यह अपेक्षा होती है कि एक महिला ही सभी की देखभाल करे। लेकिन जब बात महिला की आती है तो कोई भी उनका ध्यान नहीं रखता है। ऐसे में गलती महिलाओं की भी हैथ क्योंकि वे खुद को प्राथमिकता नहीं देती हैं। चलिए जानते हैं कि महिलाओं की कुछ ऐसी आदतें जो उनका नुकसान करती हैं-
महिलाओं की ऐसी आदतों जो उन्हें नुकसान देती हैं
ज्यादा काम करना
ज्यादातर महिलाएं बहुत ज्यादा काम करती हैं। उनके ऊपर दूसरों के कामों का बोझ होता है। हर बार महिलाओं से अपेक्षा की जाती है कि वह सभी का ध्यान रखें और परिवार की देखभाल करें। एक महिला के ऊपर ही बच्चे की परवरिश की भी जिम्मेदारी आती है लेकिन कोई पुरुष से अपेक्षा नहीं करता है कि वह बच्चों का पालन-पोषण करे। इसके साथ ही महिलाओं को कभी मना करना नहीं सिखाया जाता है इसलिए भी उनका काम बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। इस कारण उन्हें खुद के लिए समय ही नहीं मिलता है
अच्छे से नहीं खाना
महिलाएं अच्छे से खाना नहीं खाती हैं। उन्हें शारीरिक और मानसिक कार्य करना पड़ता है लेकिन वह अपनी डाइट के ऊपर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देती हैथ। घर में सबसे बाद में खाना खाती हैं इसके साथ ही उन्हें अपने लिए जरूरी पौष्टिक तत्वों से भी कोई लेना-देना नहीं होता है। वह अपनी डाइट में हेल्दी खाना शामिल नहीं करती है जिस कारण उन्हें आयरन डिफिशिएंसी का भी सामना करना पड़ता है। महिलाओं को अपनी सेहत का ध्यान ज्यादा रखने की जरूरत है क्योंकि उन्हें पीरियड, प्रेगनेंसी या फिर मेनोपॉज से गुजरना पड़ता है।
Perfection के पीछे भागना
महिलाओं को हमेशा ही परफेक्ट बनना सिखाया जाता है। उन्हें लगता है कि उनसे कोई भी गलती नहीं होनी चाहिए। अगर उनसे कोई गलती होती भी है तो उससे वह अपनी बर्थ डिसाइड करने लग जाती हैं जो कि बिल्कुल भी सही बात नहीं है। गलतियों से आप खुद को डिफाइन नहीं करते हैं। आपको खुद को वैसे ही स्वीकार करना चाहिए जैसे आप ।हैं कोई भी व्यक्ति आपको डिफाइन नहीं कर सकता है कि आप क्या है। आप अपने आप को जानिए, खुद के साथ समय व्यतीत करें और परफेक्शन के पीछे भागना बिलकुल छोड़ दें। इस दुनिया में कोई भी व्यक्ति परफेक्ट नहीं है।
अपनी भावनाओं को दबाना
महिलाओं को अपनी भावनाओं को दबाने की जरूरत नहीं है। आप अपने आप को खुलकर व्यक्त करें। आप अपने आप को व्यक्त करने के लिए जर्नलिंग की मदद भी ले सकते हैं। इसके साथ ही आप आसपास के लोगों के साथ खुलकर बातचीत कर सकते हैं। आप अपने आसपास ऐसा माहौल बनाएं जहां पर आप के इर्द-गिर्द ऐसे लोग हों जिनके साथ आप खुलकर बात कर सकें और वह आपको जज ना करें आपको ऐसे लोगों के साथ ही जुड़ना चाहिए जो आपको ध्यान से सुने और आपके इमोशंस को वैलिडेट करें।