Different Symptoms Of Stage 4 Breast Cancer: स्तन कैंसर एक ऐसी स्तन कोशिकाओं की अनियमित वृद्धि है जो नियमित रूप से नियंत्रित नहीं होती है और जिससे स्तन क्षेत्र के किसी भी हिस्से में गांठ या गांठ का विकास होता है। इसकी 4 स्टेजेस हो सकती है। कैंसर के शुरुवाती लक्षणों से लेकर उसके शरीर के अलग अलग हिस्सों में फैलने तक। महिलाओं में कैंसर होने की आशंका ज्यादा होती है, लेकिन यह पुरुषों में भी हो सकता है, हालांकि बहुत ही कम मात्रा में। स्तन कैंसर को पहचानने के लिए नियमित स्वास्थ्य जाँच और स्क्रीनिंग महत्वपूर्ण हैं। जल्दी पहचान स्तन कैंसर के इलाज और संभावित बचाव की संभावनाओं को बढ़ाती है।
शरीर में अलग अलग लक्षण दिख रहें है कही स्टेज 4 ब्रैस्ट केंसर तो नही? आइए जानते है
कैंसर की चौथी स्टेज को मेटास्टेटिक ब्रेस्ट कैंसर कहते है। मेटास्टेटिक ब्रेस्ट कैंसर वह स्थिति है जब ब्रेस्ट कैंसर के कोशिकाएं उसके प्रारंभ स्थल से दूसरे अंगों में फैल जाती हैं। इसका मतलब है कि ब्रेस्ट कैंसर की शुरूआती स्थिति अपनी मूल क्षेत्र से बाहर बढ़ चुकी है। मेटास्टेटिक ब्रेस्ट कैंसर का इलाज उन उपायों को शामिल करता है जो कैंसर के विस्तार को नियंत्रित करने के लिए किए जाते हैं, जैसे की कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी, हार्मोनल थेरेपी, और टारगेटेड थेरेपी। यह चौथा चरण आपके शरीर के कई अंगो पर प्रभाव डाल सकता है।
1. हड्डियों में दर्द
मेटास्टेटिक ब्रेस्ट कैंसर अक्सर हड्डियों पर प्रभाव डालता है। यह ब्रेस्ट कैंसर के मेटास्टेसिज़ के कारण हो सकता है, जिसमें कैंसर के कोशिकाओं का नये स्थान पर फैलना शामिल है। जब हड्डियों पर कैंसर के फैलने का प्रभाव होता है, तो यह दर्द, अवसाद, और अक्षमता का कारण बन सकता है। कुछ लोगों को मेटास्टेटिक ब्रेस्ट कैंसर से हड्डियों में अवसाद और कमजोरी का अनुभव होता है, जो उनके दैनिक गतिविधियों को प्रभावित कर सकता है। इसके अलावा, हड्डियों पर कैंसर के प्रसार से उनकी तोड़फोड़ हो सकती है।
2. सांस लेने में समस्या
कैंसर के विस्तार या उसके इलाज के कारण फेफड़ो में बदलाव हो सकता है, जो सांस लेने में कठिनाई का कारण बन सकता है। इसके अलावा, कैंसर के उपचार के दौरान दवाओं का उपयोग भी सांस लेने में कई बार कठिनाई का कारण बनता है। इन समस्याओं का समाधान चिकित्सक द्वारा निर्धारित उपायों, जैसे की दवाओं, ऑक्सीजन थेरेपी, योग द्वारा किया जा सकता है।
3. मानसिक स्तिथि को हानि
ब्रेस्ट कैंसर के साथ जूझना एक भावनात्मक और मानसिक अनुभव हो सकता है। इस रोग के साथ जूझने वाले व्यक्तियों के लिए संघर्षपूर्ण समय हो सकता है, जिसमें वे उदास, चिंतित, या डरे हो सकते हैं। यह रोग उनके जीवन में संजीवनी बदल सकता है, जिसके कारण उन्हें भावनात्मक तौर पर सामर्थ्य पर प्रभाव पड़ सकता है। ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के दौरान भी, व्यक्तियों को मानसिक तनाव, उत्साह, और आत्मविश्वास की कमी का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए, सामाजिक समर्थन, मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं, और भावनात्मक समर्थन इस समय में महत्वपूर्ण होते हैं। इसके अलावा, कई लोग ब्रेस्ट कैंसर के जीते-जी अनुभव के बाद भी भावनात्मक प्रभाव महसूस करते हैं, जैसे कि उनकी बॉडी इमेज, योग्यता, और भविष्य के बारे में। इसलिए, समर्थन और संवादनशीलता उनके लिए महत्वपूर्ण होते हैं। अधिकतर मामलों में, ब्रेस्ट कैंसर के साथ जूझने वाले व्यक्तियों के लिए एक प्रायोजन गोपनीयता, मान्यताएँ और आदर के साथ संवादनशीलता का महत्व है।
4. रीड की हड्डी पर दबाव
अगर कैंसर का विकास चालू हो गया है और उसने अपनी आसपास के अंगों तक फैलाव किया है, तो रीड की हड्डी पर दबाव पड़ सकता है। इसका मतलब है कि ब्रेस्ट कैंसर के कोशिकाएं रीड की हड्डी के पास या उसके आसपास मौजूद हो सकती हैं, जिससे दर्द या दबाव का अनुभव हो सकता है। इसके साथ ही, कैंसर के इलाज के दौरान या बाद में स्थायी रूप से रीड की हड्डी पर दबाव हो सकता है, यह तब होता है जब चिकित्सा विधि जैसे कि सर्जरी, रेडियोथेरेपी, या केमोथेरेपी के कारण संरचनात्मक परिवर्तन होते हैं।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।