A Guide to Life After Menopause: मेनोपॉज एजिंग का प्राकृतिक हिस्सा है। ऐसे समय में महिलाओं को बहुत सारे शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक उतार-चढ़ाव आते हैं। इसकी शुरुआत 40 और 50 की उम्र के बीच शुरू हो जाती है। इसे तब माना जाता है जब किसी महिला की लगातार 12 महीने तक ब्लीडिंग या स्पॉटिंग नहीं होती है। इस चरण से पहले महिलाएं पेरिमेनोपॉज में से गुजरती हैं। बहुत सारी महिलाओं को यह लगता है कि मेनोपॉज के बाद उनकी लाइफ खत्म हो जाती है लेकिन यह गलत है। ऐसे में महिलाओं को लाइफस्टाइल में बदलाव करने पड़ते हैं लेकिन इसके बाद भी आप लाइफ को एंजॉय कर सकते हैं। चलिए कुछ टिप्स जानते हैं-
Menopause के बाद कैसे अपनी जिंदगी की शुरुआत्त करें महिलाएं?
मेनोपॉज जीवन में परिवर्तन लेकिन यह इसका अंत नहीं
बहुत सारी महिलाओं को लगता है कि मेनोपॉज के बाद उनकी यौन, प्रोफेशनल या फिर पर्सनल लाइफ में आगे कुछ भी नहीं बचा है लेकिन ऐसा नहीं है। यह आपकी आदतों के ऊपर निर्भर करता है। मेनोपॉज आपके जीवन का एक पड़ाव होता है जिसमें आप बहुत सारे उतार-चढ़ाव महसूस करते हैं। एक समय के बाद आपकी बॉडी रिकवर होने लग जाती है और इसके बाद आप अपने जीवन में आम दिनों की तरह की काम कर सकते हैं। इसलिए आपको यह सोचने की जरूरत नहीं है कि अब मेरी लाइफ में कुछ भी नहीं होगा और ना ही मैं अपनी लाइफ को इंजॉय कर सकती हूं।
खुद की खोज
मेनोपॉज महिलाओं के जीवन की एक नई शुरुआत होती है जिसमें रिप्रोडक्टिव हेल्थ से जुड़ी समस्याओं की चिंता करने की ज्यादा जरूरत नहीं होती है और आपको पीरियड से भी आजादी मिल जाती है। यह ऐसा समय होता है जब आप अपने ऊपर ज्यादा ध्यान दे सकते हैं। आप अपनी सेल्फ केयर कर सकते हैं, अपनी हॉबीज को फॉलो कर सकते हैं, खुद को और करीब से जान सकते हैं और फिर से खोज कर सकते हैं कि इस उम्र में आप किस तरीके का जीवन चाहते हैं या फिर आपकी क्या ख्वाहिशें हैं। मेनोपॉज के बाद आप ट्रैवलिंग भी कर सकते हैं। आप अपनी लाइफ को जिस तरीके से मर्जी व्यवस्थित कर सकते हैं।
जीवनशैली में बदलाव
मेनोपॉज के बाद आपको अपनी शारीरिक और मानसिक सेहत को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। आपको समय-समय पर डॉक्टर के पास रेगुलर चेकअप के लिए जरूर जाना चाहिए क्योंकि ऐसे में आपको सेहत संबंधित समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। इसके साथ ही आप अपनी रूटीन में एक्सरसाइज और बैलेंस डाइट को जरूर शामिल करें। इसके साथ ही अच्छी मेंटल हेल्थ के लिए आप मेडिटेशन या फिर योग जरूर करें। ऐसे समय में दूसरों का अच्छा साथ जरूर खोजें। आप अपने पार्टनर को अपना मेंटल सपोर्ट बना सकते हैं या फिर आप अपनी कम्युनिटी बना सकते हैं।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।