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Photograph: (Freepik)
How to control mood swings caused by menopause: मेनोपॉज, हर महिला के जीवन का एक स्वाभाविक हिस्सा है, जिसमें हार्मोनल बदलाव के कारण शारीरिक और मानसिक रूप से कई परिवर्तन होते हैं। हर महिला को कभी न कभी इससे गुजरना पड़ता है। ऐसे में इस दौरान मूड स्विंग्स यानी अचानक गुस्सा आना, उदासी या चिड़चिड़ापन आम समस्याएं हैं जिसे कई महिलाएं नजरंदाज करती है, लेकिन कुछ सरल तरीकों से इन पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
मेनोपॉज के कारण होने वाले मूड स्विंगस को कैसे करें कंट्रोल
1. पौष्टिक आहार लें
मेनोपॉज के दौरान एस्ट्रोजन का स्तर घटने से मूड बिगड़ता है। ऐसे में कैल्शियम, मैग्नीशियम और विटामिन B युक्त आहार लेना बहुत जरूरी है। फल, हरी सब्जियाँ, ओमेगा-3 फैटी एसिड वाले खाद्य पदार्थ मानसिक स्थिरता लाते है और आपके मूड स्विंग को कंट्रोल करते है।
2. व्यायाम करे
फिजिकल एक्टिविटी से एंडोर्फिन्स (खुशी के हार्मोन) बढ़ता है, जिससे मूड बेहतर होता है। ऐसे में मेनोपॉज होने पर योग, वॉकिंग या हल्की एक्सरसाइज जरूर करे। ये तनाव घटाने में मददगार है।
3. नींद को प्राथमिकता दें
मेनोपॉज के समय नींद में कमी आना एक आम बात है, जो मूड पर असर डालती है। एक निर्धारित समय पर सोना और जागना, स्क्रीन टाइम कम करना और कैफीन से बचना फायदेमंद हो सकता है। इससे आपके नींद का साइकिल सही होगा और आपका मूड नियंत्रित रहेगा।
4. मेडिटेशन और डीप ब्रीदिंग
माइंडफुलनेस मेडिटेशन और प्राणायाम मूड को नियंत्रित करने में प्रभावी होते हैं। दिन में 10-15 मिनट का ध्यान या गहरी साँस लेने की आदत मानसिक संतुलन बनाए रखती है। ऐसे ने नियमित रूप से मेडिटेशन करना आपके लिए फायदेमंद सिद्ध होगा।
5. साइकोलॉजिस्ट से संपर्क करे
अगर मूड स्विंग्स ज्यादा हैं और दिनचर्या पर असर डाल रहे हैं, तो किसी काउंसलर या चिकित्सक से बात करना ज़रूरी है। यह कोई कमजोरी नहीं, बल्कि समझदारी का संकेत है। एक साइकोलॉजिस्ट आपको इसके लिए सही सलाह दे सकता है।
Disclaimer: इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद जानकारी केवल आपकी जानकारी के लिए है। हमेशा चिकित्सा या स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले किसी एक्सपर्ट से सलाह लें।