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Photograph: (File Image )
Women's Health Is More Than Motherhood: A Holistic Approach to Wellness: जब भी महिलाओं की सेहत की बात होती है, तो ज़्यादातर ध्यान सिर्फ प्रेग्नेंसी, पीरियड्स और मदरहुड पर टिक जाता है। पर क्या महिलाओं का वजूद सिर्फ बच्चे पैदा करने तक ही सीमित है?
महिलाओं की सेहत सिर्फ मातृत्व नहीं है: जानिए सम्पूर्ण देखभाल का नया नजरिया
Gytree की फाउंडर और SheThePeople की संस्थापक शैली चोपड़ा का कहना है: "पिछले कई दशकों से महिलाओं की सेहत को सिर्फ 'बच्चे पैदा करने' से जोड़कर देखा गया है, जैसे महिलाएं सिर्फ चलती-फिरती कोख हैं। अब वक्त है इस सोच को बदलने का।"
वास्तव में, महिलाओं की हेल्थ का मतलब है उनका संपूर्ण स्वास्थ्य जिसमें पोषण, हड्डियों की मज़बूती, मानसिक स्वास्थ्य और हॉर्मोनल बैलेंस सब कुछ शामिल है। यही वजह है कि आज एक holistic approach यानी समग्र दृष्टिकोण अपनाना बेहद ज़रूरी हो गया है।
शुरुआती उम्र में ही शुरू हो जाती है कमी: आयरन की समस्या
किशोरावस्था और 20s की उम्र में ही लड़कियों में Iron Deficiency आम हो जाती है। इसका सबसे बड़ा कारण होता है मासिक धर्म और साथ ही अनहेल्दी डाइट।
डॉ. जेसिका शेफर्ड, OB-GYN के अनुसार: "युवा लड़कियों में आयरन की कमी को अक्सर नजरअंदाज़ कर दिया जाता है, जबकि यह थकान और इम्यूनिटी कमजोर होने का बड़ा कारण हो सकता है।"
सलाह: अपनी डाइट में दालें, बीन्स, हरी सब्जियां, और आयरन फोर्टिफाइड चीज़ें शामिल करें। साथ ही Vitamin C वाले फलों के साथ आयरन लेना अवशोषण को बढ़ाता है।
Zinc: छोटा सा मिनरल, लेकिन बड़ी ज़रूरत
Zinc शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली, सेल डिवीजन और डीएनए सिंथेसिस के लिए बेहद जरूरी है। फिर भी, महिलाओं की डाइट में इसकी कमी आम बात है।
डॉ. सुसान हॉफमैन, न्यूट्रिशनिस्ट: "जिंक शरीर के कई कार्यों के लिए ज़रूरी है, लेकिन महिलाएं इसे डाइट में नज़रअंदाज़ कर देती हैं।"
डाइट टिप: नट्स, बीज, दालें और शेलफिश जैसी चीजों को शामिल करें।
Vitamin D: सिर्फ धूप से नहीं मिलती, लेकिन हड्डियों के लिए है जरूरी
हम एक ऐसे देश में रहते हैं जहां धूप की कोई कमी नहीं, फिर भी हर तीसरा व्यक्ति Vitamin D Deficiency से जूझ रहा है।
डॉ. रे कहती हैं: “Vitamin D सिर्फ हड्डियों के लिए नहीं, बल्कि मूड और नींद के लिए भी जरूरी है। यह सेरोटोनिन और मेलाटोनिन जैसे हार्मोन को रेगुलेट करता है।”
डाइट सोर्स: फोर्टिफाइड प्लांट-बेस्ड मिल्क, मशरूम, और एग योल्क।
लेकिन कई बार डायट से पूरी जरूरत पूरी नहीं हो पाती, ऐसे में Gytree जैसे प्लेटफॉर्म से विटामिन D युक्त vegan protein या सप्लीमेंट लेना फायदेमंद हो सकता है।
मानसिक स्वास्थ्य: सबसे चुपचाप लेकिन गंभीर समस्या
महिलाओं में पुरुषों की तुलना में anxiety और depression की संभावना ज्यादा होती है। इसका कारण है हॉर्मोनल बदलाव, सामाजिक दबाव और life transitions।
डॉ. एमिली डीन, सायकेट्रिस्ट: "मानसिक स्वास्थ्य को भी उतना ही महत्व देना चाहिए जितना शारीरिक स्वास्थ्य को।"
क्या करें: खुलकर बातचीत करें, सपोर्ट ग्रुप्स से जुड़ें और प्रोफेशनल मदद लेने से न हिचकिचाएं।
हेल्दी रहने का सम्पूर्ण तरीका
एक संपूर्ण (holistic) अप्रोच के लिए अपनाएं ये 4 चीज़ें:
- Regular Checkups: आयरन, विटामिन D और बोन डेंसिटी की समय-समय पर जांच
- Balanced Diet: ज़िंक, कैल्शियम, आयरन जैसे मिनरल्स से भरपूर डाइट
- Physical Activity: रोज़ाना व्यायाम और चलना
- Mental Wellness: मेडिटेशन, थेरेपी और सोशल सपोर्ट
क्यों ज़रूरी है सोच का बदलना?
अगर भारत को सच में 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनना है, तो क्या हम महिलाओं को हेल्दी बनाए बिना ये लक्ष्य पा सकते हैं?
शैली चोपड़ा सवाल करती हैं: “अगर महिलाएं स्वस्थ नहीं होंगी, तो वो वर्कफोर्स का हिस्सा कैसे बनेंगी?”
सिर्फ बच्चे पैदा करना ही नहीं, महिलाओं को उनके पूरे जीवनकाल में स्वास्थ्य और सम्मान देना ज़रूरी है। और यही सोच Gytree जैसे प्लेटफॉर्म को खास बनाती है जो महिलाओं की हेल्थ को बायोलॉजिकल फंक्शन से आगे ले जाकर एक सम्पूर्ण सम्मान के रूप में देखता है।
महिलाओं की सेहत का मतलब सिर्फ 'मातृत्व' नहीं, बल्कि हर उस पहलू से है जो उनकी ज़िंदगी को बेहतर और मज़बूत बनाता है। अगर सही समय पर nutritional deficiencies को पहचाना जाए, mental health को अहमियत दी जाए और सही supplements को अपनाया जाए, तो महिलाएं न सिर्फ अपने लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए inspiration बन सकती हैं।