5 Important Nutrients In First Trimester Pregnancy: प्रेग्नेंसी के शुरू में ख्याल रखना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। यह एक नया जीवन का आरंभ होता है, जिसमें मां और शिशु दोनों के स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखना चाहिए। इस समय में खासकर सतर्क और सावधानी बरतना चाहिए क्योंकि इसमें बहुत सारे बदलाव होते हैं। इसके साथ ही, प्रेग्नेंसी के पहले तीन महीने बच्चे के विकास के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण होते हैं और इस समय में सही पोषण, उपयुक्त व्यायाम, नियमित चेकअप्स और डॉक्टर की सलाह का पालन करना अत्यंत जरूरी होता है।
Pregnancy Tips: बनने वाली हैं माँ तो प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में जरुर खाएं ये फ़ूड
1. फोलिक एसिड
फोलिक एसिड बच्चे के न्यूरोलॉजिकल विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है। इसका सेवन प्रसव के 12 सप्ताह तक की गर्भावस्था में रोजना किया जाना चाहिए। फल और सब्जियों में फोलिक एसिड अधिक मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा, डॉक्टर द्वारा नियमित तौर पर निर्धारित फोलिक एसिड की दवा भी लेनी चाहिए।
2. आयरन
गर्भावस्था के शुरुआती तीन महीनों में आयरन का संतुलित मात्रा में सेवन करना जरूरी होता है। आयरन गर्भवती महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उनके शरीर के रक्त की मात्रा बढ़ाने में मदद करता है, जिससे शिशु को उपयुक्त पोषण मिल सके। गर्भावस्था के दौरान, महिलाओं के शरीर में रक्त की मात्रा में वृद्धि होती है जो शिशु के विकास और माता के शरीर की जरूरतों को पूरा करने में मदद करती है। इसके अलावा, आयरन भ्रूण के रक्त को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आयरन की मुख्य स्रोत हैं गाय का दूध, पनीर, हरी सब्जियाँ (जैसे कि पालक), अंडे, खजूर और हरा वाला धान। इन आहारों को गर्भावस्था के शुरुआती तीन महीनों में नियमित रूप से शामिल करना चाहिए।
3. प्रोटीन
गर्भावस्था के शुरुआती तीन महीनों में प्रोटीन का संतुलित मात्रा में सेवन करना जरूरी है। प्रोटीन शिशु के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह उसकी ऊतकों, अंगों और मांसपेशियों का निर्माण करता है। इसके साथ ही, प्रोटीन मां के शरीर को स्वस्थ रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। गर्भावस्था के दौरान प्रोटीन की आवश्यकता बढ़ जाती है ताकि मां और शिशु दोनों के स्वास्थ्य को सही से बनाए रखा जा सके। प्रोटीन की मुख्य स्रोत होते हैं मांस, मछली, अंडे, दाल, दही, पनीर, सोया उत्पाद और अनाज। गर्भावस्था के दौरान प्रतिदिन, महिलाओं को 70-100 ग्राम प्रोटीन लेना चाहिए।
4. कैल्शियम
गर्भावस्था के शुरुआती तीन महीनों में कैल्शियम जरूरी होता है। कैल्शियम मां के शरीर में हड्डियों, दाँतों, नसों और मस्तिष्क के सही विकास के लिए आवश्यक है, साथ ही शिशु के हड्डियों और दाँतों के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। गर्भावस्था के दौरान, मां के शरीर में कैल्शियम की आवश्यकता बढ़ती है ताकि वह खुद को और शिशु को सही से पोषित रख सके। इसलिए, कैल्शियम को गर्भावस्था के शुरुआती तीन महीनों में अपने आहार में शामिल करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। कैल्शियम की मुख्य स्रोत हैं दूध, पनीर, योगर्ट, हरी सब्जियाँ (जैसे कि पालक), तिल और अंडे। इन आहारों को गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में नियमित रूप से शामिल करना चाहिए।
5. ओमेगा-3 फैटी एसिड
गर्भावस्था के शुरुआती तीन महीनों में ओमेगा-3 फैटी एसिड लेना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड शिशु के सही विकास, उसके दिमाग और न्यूरल ट्यूब (स्पाइन) के विकास के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है। यह शिशु के बुद्धिमत्ता और न्यूरल डेवलपमेंट को बढ़ावा देता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड की सर्वाधिक स्रोत मछली, खाजू, तिल, चिया बीज, लाइनसीड और विशेष रूप से वालनट में पाई जाती है। इन आहारों को गर्भावस्था के शुरुआती तीन महीनों में नियमित रूप से शामिल किया जाना चाहिए।
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