/hindi/media/media_files/c6AZim7ab9manU1pxRMt.png)
Breastfeeding Myths: स्तनपान बच्चे और माँ दोनों के लिए बहुत लाभकारी होता है, लेकिन इसके बारे में कई तरह की धारणाएं प्रचलित हैं। इनमें से कुछ सही होती हैं, जबकि कुछ पूरी तरह गलतफहमी पर आधारित होती हैं। आइए जानते हैं, स्तनपान से जुड़ी कुछ आम मिथक और उनकी सच्चाई।
क्या स्तनपान से जुड़ी ये आम धारणाएं सही हैं या गलतफहमियां?
Are These Common Breastfeeding Beliefs Fact or Myth?
Myth: माँ का दूध शुरू में पतला होता है, इसलिए यह फायदेमंद नहीं होता
Fact: जन्म के बाद पहले कुछ दिनों तक माँ का दूध जिसे 'कोलोस्ट्रम' कहा जाता है, हल्का और पीले रंग का होता है, लेकिन यह बेहद पौष्टिक होता है। इसमें एंटीबॉडीज़ और आवश्यक पोषक तत्व होते हैं, जो नवजात के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते है और फायदेमंद होते है।
Myth: स्तनपान कराने से माँ कमजोर होती है
Fact: यह सच नहीं है क्योंकि, सही आहार और पोषण के साथ स्तनपान कराने से माँ की सेहत पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता। बल्कि, यह माँ के लिए भी फायदेमंद होता है क्योंकि इससे वजन नियंत्रण में रहता है और हार्मोनल बैलेंस सही बना रहता है।
Myth: यदि दूध कम बनता है तो बाहर का दूध देना चाहिए
Fact: कई बार दूध कम बनता है, लेकिन इतना दूध बच्चे के लिए पर्याप्त होता है बच्चे के अनुसार ही माँ का दूध बनाता है। बार-बार स्तनपान कराने से दूध की मात्रा बढ़ती है। यदि अधिक समस्या हो तो अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
Myth: स्तनपान कराने से स्तनों का आकार खराब हो जाता है
Fact: यह पूरी तरह सच नहीं है। गर्भावस्था में वजन घटता बढ़ता है,और साथ ही उम्र बढ़ने के कारण शरीर में कई बदलाव भी होते हैं, लेकिन स्तनपान इसका कारण नहीं होता। सही सपोर्टिव ब्रा पहनना और हल्का व्यायाम करने से शरीर को सही आकार में बनाए रखा जा सकता है।
Myth: माँ बीमार हो तो स्तनपान बंद कर देना चाहिए
Fact: अधिकतर मामलों में स्तनपान बंद नहीं किया जाता लेकिन जब माँ को अधिक बीमारी या कमजोरी हो या कोई ऐसी बीमारी हो जाए जिससे बच्चे को भी नुकसान हो सकता है तब स्तनपान कराना मना हो जाता है। यदि माँ को कोई संक्रामक बीमारी नहीं है और डॉक्टर ने भी मना न किया हो, तब स्तनपान से कोई नुकसान नहीं होता। बल्कि, इससे बच्चे को आवश्यक एंटीबॉडीज़ मिलती हैं, जो उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती हैं।
Myth: बच्चे को छह महीने से ज्यादा स्तनपान कराने की जरूरत नहीं होती
Fact: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, बच्चे को पहले छह महीने सिर्फ माँ का दूध दिया जाना चाहिए और इसके बाद दो साल या उससे अधिक समय तक अन्य आहार के साथ स्तनपान जारी रखना लाभकारी होता है। यह बच्चे के संपूर्ण विकास में सहायक होता है।