How New Mothers Can Regain Their Confidence: मां बनने तक का सफर हर महिला के लिए मुश्किल होता है क्योंकि इसमें बहुत सारे उतार चढ़ाव आते हैं। ऐसे में आपका सारा शेड्यूल बच्चे के हिसाब से होता है। बच्चों के सोने और खाने के समय के हिसाब से ही आप अपनी दिनचर्या को सेट करते हैं। इस दौरान आपकी नींद भी पूरी नहीं होती। आपको खुद के लिए समय नहीं मिलता। रिश्तो के मायने भी बहुत बदल जाते हैं। आप एक पत्नी से मां तक का सफ़र तय करते हैं। आपके लिए प्राथमिकताएं बदल जाती हैं। आपके करियर में भी बहुत कुछ बदलाव आते हैं। आज हम जानेंगे कि कैसे एक नई मां अपने कॉन्फिडेंस को दोबारा खड़ा कर सकती है?
New Moms अपना आत्मविश्वास कैसे वापिस पाएं?
पोस्टपार्टम केयर करें
बच्चों के जन्म के बाद मां की केयर बहुत जरूरी है। ऐसे समय में माँ को बच्चों के साथ-साथ खुद का ध्यान भी रखना चाहिए। उन्हें ज्यादा काम नहीं करना चाहिए। ऐसे में उन्हें ऐसी डाइट लेनी चाहिए जो पौष्टिक तत्वों से भरपूर और बैलेंस हो। इसके साथ ही उन्हें अपनी नींद को जरूर पूरा करना चाहिए। अपनी हेल्थ के साथ कोई भी कंप्रोमाइज नहीं करना चाहिए। उन्हें अपना एक हेल्थी रूटीन सेटअप करना चाहिए। इससे उनके आसपास का माहौल भी पॉजिटिव होगा और उन्हें खुद भी अच्छा महसूस होगा।
हर दिन कुछ नया सीखें
मदरहुड की जर्नी जितनी ज्यादा रोमांटिक होती है। इसमें बहुत सारे उतार-चढ़ाव आते हैं। ऐसे में आप बहुत सारी महिलाएं दूसरे लोगों से डिस्कनेक्ट हो जाती हैं। आपको ऐसा नहीं बिल्कुल भी नहीं करना है। आपको अपनी सीखने की जर्नी को बिल्कुल भी नहीं छोड़ना चाहिए। आपको हर दिन एक नई चीज सीखनी चाहिए। इस तरह आप डिप्रेशन में या फिर नेगेटिविटी की तरफ नहीं जाएंगे। इस तरह आपका कॉन्फिडेंस भी बढ़ेगा। आपको ऐसा नहीं लगेगा कि आप पीछे छूट रहे हैं।
दूसरों का साथ जरूरी
मां बनने के बाद खुद के कॉन्फिडेंस को दोबारा खड़ा करने के लिए दूसरों का साथ बहुत जरूरी है। जब दूसरे लोग आपकी फिक्र करते हैं, हर समय आपके पास मौजूद रहते हैं तो आपका कॉन्फिडेंस बूस्ट होता है। कई बार आपको लगता है कि आप कुछ नहीं कर कर रहे हैं। ऐसे में जब आपके अपनों का साथ मिलता है तो आपको लगता है कि आप अकेले नहीं है और आप अभी भी बहुत कुछ कर सकते हैं। यह आपकी जीवन में एक नई शुरुआत है।
जर्नलिग
जर्नलिग करने से भी आपको अपना खोया हुआ कॉन्फिडेंस दोबारा पानी में मदद मिलती है क्योंकि इससे आप अपने विचारों को लिखना शुरू कर देते हैं। इससे आपको स्पष्टीकरण मिलता है। आप अपने निगेटिव विचार दिमाग से निकाल देते हैं और रिफ्रेश महसूस करते हैं। आप हर समय नेगेटिव बातों को लेकर सोचते नहीं रहते हैं। आप एक नया माइंडसेट तैयार करते हैं जहां पर आप खुद को आगे बढ़ाने की सोच रखते हैं। आप हर चीज का फैसला लेते हैं कि अब आपको आगे क्या करना है।
गलतियों से मत डरें
कॉन्फिडेंस तब कम होता है जब हम गलतियों से डरते हैं और इसके कारण हम नई चीजें करना छोड़ देते हैं। मां बनने के बाद भी आप नई चीज ट्राई करते रहें। खुद के एडवेंचर को खत्म मत करें। गलतियां सबसे होती हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप अयोग्य हैं या फिर आपके में काबिलियत की कमी है। गलतियों से मत डरें। इस नहीं जर्नी को स्वीकार करें और गलतियों से सीखें। अगर आप गलतियां नहीं करेंगे तो आप कुछ नया नहीं सीख पाएंगे।