Losing A Baby Is Not A Easy For Women: बच्चा खोने का दर्द सिर्फ वो औरत ही जान सकती है जो इस स्थिति से गुजर रही है। यह आम दर्द नहीं है। जब कोख में एग फर्टिलाइज्ड होता है और उसके बाद से आप जो महसूस करने लग जाते हैं, उस फीलिंग को कोई भी चीज मैच नहीं कर सकती। जब किसी महिला का मिसकैरेज हो जाता है या फिर उसका बच्चा मरा हुआ पैदा होता है तो उसे दर्द को कोई भी समझ नहीं सकता है। बहुत सारी महिलाएं इस दर्द का बोझ अपने अंदर लिए घूमती हैं लेकिन किसी के साथ शेयर नहीं करती। ऐसी महिलाओं को सिंपैथी की नहीं बल्कि एंपैथी की जरूरत होती है। आईए जानते हैं कि ऐसे समय में महिलाओं को किन बातों के ऊपर ध्यान देने की जरूरत नहीं है-
कैसे बच्चा खोना किसी भी महिला के आसान नहीं है?
आपके साथ आपकी वजह से कुछ गलत नहीं हुआ
सबसे पहले आपको समझना होगा कि आपके साथ आपकी वजह से कुछ भी गलत नहीं हुआ है। जो भी हुआ, इसमें आपकी कुछ भी गलती नहीं है। आपको अपने ऊपर कोई भी बोझ नहीं लेना है। ऐसा किसी के साथ भी हो सकता है। यह कुछ प्लान के हिसाब से नहीं है बल्कि किसी के साथ भी हो सकता है। ऐसे में ज्यादातर दोष महिलाओं को आने लग जाता है कि आपने अपनी सेहत का ध्यान नहीं रखा या फिर खुद को नजरअंदाज किया। ऐसे बोझ के नीचे महिलाओं को आने की जरूरत नहीं है। यह समय उसे महिला के लिए कठिन होता है जो इस स्थिति से गुजर रही हैं।
आपको कुछ सही करने की जरूरत नहीं
आपके साथ कुछ भी ऐसा गलत नहीं हुआ है जो सिर्फ आपको ही ठीक करना है। यह बहुत गलत बात है कि जब किसी महिला के साथ ऐसा हो जाता है तो हम उसे ठीक करने के लिए लग जाते हैं। हम उसे बोलते हैं कि सब कुछ ठीक हो जाएगा लेकिन उसके साथ कुछ गलत नहीं हुआ है। ऐसे समय में बहुत सारे लोग आपको सहानुभूति देने की कोशिश करेंगे लेकिन आपको उसकी जरूरत नहीं है। इस समय आपको सपोर्ट चाहिए है जो बहुत कम महिलाओं को मिलता है। आपसे कोई भी गलती नहीं हुई है ना यहां पर आप गलत है इसमें आपका कोई भी दोष नहीं है।
अपने दुख को प्रगट करें
ऐसे समय में आपको अपने दुख को प्रकट करना चाहिए। आपको उसे अंदर छुपा कर नहीं रखना चाहिए। बहुत सारी महिलाएं अपने अंदर ही स्ट्रगल करती रहती हैं और किसी से बात नहीं करती जिस कारण उन्हें मानसिक समस्याओं से गुजरना पड़ता है। यह बहुत गलत है। आप अपनी भावनाओं को प्रकट करें। अगर आ इमोशनल सपोर्ट की जरूरत पड़ती है तो अपने पार्टनर से बात करें। आपके आसपास ऐसा माहौल होना चाहिए जिसमें आप खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें। आप थेरेपी की मदद भी ले सकते हैं। अगर आप कुछ समय अकेले दुख को प्रोसेस करना चाहते है तो आप कर सकते हैं। ऐसे समय में आपको किसी की वैलिडेशन की जरूरत नहीं है। आप अपने आप को बेहतर जानते हैं। आपसे बेहतर आपको कोई भी समझ नहीं सकता है. आपको किसी को बताने की जरूरत नहीं है कि आप ऐसा क्यों महसूस कर रहे हैं।