Age Is Just A Number: हमारे समाज में उम्र का बहुत अहम रोल है। हर काम के लिए उम्र तय की हुई है। खासकर महिलाओं के लिए उम्र का महत्व बहुत बढ़ जाता है लेकिन यह स्टीरियोटाइप थिंकिंग आज के समय में कम होती जा रही है। ऐसी एक उदाहरण ट्विंकल खन्ना ने पेश किया है जो महिलाओं के लिए प्रेरणा बनी हैं। वह एक भारतीय ऑथर, कॉलमनिस्ट, इंटीरियर डिजाइनर, फिल्म प्रोड्यूसर और पूर्व अभिनेत्री हैं।
Twinkle Khanna: उम्र सिर्फ एक नंबर है, ट्विंकल खन्ना ने पेश की मिसाल
क्यों आईं सुर्खियों में?
उम्र आपकी जिंदगी में कभी बाधा नहीं बनती है। इसके लिए आपको हिम्मत और सपने देखने की जरूरत है। ट्विंकल खन्ना ने भी कुछ ऐसा किया है। उन्होंने अपनी 50 साल की उम्र में 'यूनिवर्सिटी आफ लंडन' से पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है। इसकी जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया पर एक रील शेयर करके दी, जिसमें उन्होंने एक नोट भी लिखा। वह लिखती हैं, "यहाँ है ग्रेजुएशन डे की पढ़ाई का दिन। गोल्डस्मिथ्स में मेरा पहला दिन ऐसा लगता है जैसे कल या कई साल पहले की बात हो। एक धूप वाला दिन, एक सुंदर साड़ी और मेरे साथ मेरा परिवार इस दिन को जितना मैंने कभी सोचा था उससे भी अधिक परिपूर्ण बना देता है। एक ऐसा फेज आता है जब बढ़ने का सबसे आसान तरीका होरिजेंटल रूप से होता है, लेकिन हमें असंख्य अन्य तरीकों से बढ़ने के लिए खुद को प्रेरित करना पड़ता है :)।
सपनों की कोई उम्र नहीं होती
लेडीज! आपको हमेशा यह बात बताई जाती है कि अब आपकी शादी और बच्चे हो गए हैं। इसके बाद आपकी कोई जिंदगी नहीं है, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है। अगर ट्विंकल खन्ना कर सकती हैं तो आप भी कर सकती हैं। आपको अपने सपनों देखने की जरूरत है। इसके लिए आपको थोड़ी सी हिम्मत जरूर लगेगी, लोगों की बातें भी सुननी पड़ेगी लेकिन खुद को रोकिए मत। लाइफ बहुत छोटी है। सबसे बड़ी बात है कि उम्र सिर्फ एक बहाना है। अगर आपको कुछ करना है तो आप किसी भी आयु में कर सकते हैं। यह मत कहिए कि मेरी उम्र हो गई है, अब मैं कुछ नहीं कर सकती। ऐसे आप खुद ही अपने आपके साथ धोखा कर रहे हैं।
खुद को पहल देना स्वार्थी होना नहीं
ट्विंकल खन्ना बिल्कुल परफेक्ट एग्जांपल है कि कैसे महिलाएं घर, बच्चे, फैमिली, शादी और वर्क को मैनेज कर सकती हैं। जिस तरह से वह इन सब चीजों को मैनेज करते हुए आगे बढ़ रही हैं और अपने सपनों को भी प्रायोरिटी दे रही हैं, वह भी काबिले तारीफ है। महिलाओं की कंडीशनिंग ऐसी होती है कि वे शादी और बच्चों के बाद खुद को पहल देना बंद कर देती है। ट्विंकल खन्ना ने यह बात साबित की है कि आप सभी को साथ लेकर भी चल सकते हैं और खुद को भी पहल दे सकते हैं। महिला होना का मतलब यह नहीं है कि सिर्फ दूसरों के लिए बलिदान करना हैं। अगर आप खुद के लिए भी कुछ कर रहे हैं वह भी स्वार्थी होना नहीं है। जब आप खुद के लिए स्टैंड लेते हैं तब आपके पति, बच्चे या आपकी फैमिली भी आपका सपोर्ट करते हैं। सबसे पहले आपको खुद के साथ खड़े होने की जरूरत हैं।