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Photograph: (File Image )
पब्लिक प्लेस पर महिलाओं के लिए बिल्कुल भी स्पेस नहीं है। जब महिलाएं घर से पढ़ाई, नौकरी या घूमने के लिए निकलती हैं तो उनके मन में हमेशा एक डर बना रहता है। वे खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करतीं। समाज में होना तो यह चाहिए कि महिलाएं सफर के दौरान सुरक्षित महसूस करें, लेकिन हकीकत यह है कि हर बार उन्हें सोचना पड़ता है कि कहीं ड्राइवर ही उनके लिए खतरा न बन जाए। महिलाओं के साथ होने वाली अश्लील हरकतें और हैरेसमेंट उनकी रोज़मर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा बन चुकी हैं, जिनसे वे लगातार जूझ रही हैं।
Delhi: A cab driver was arrested in Maurice Nagar for committing a sexual act in front of a 22-year-old female postgraduate student from Ambedkar University. The police registered an FIR and seized the cab. The 48-year-old driver from Malka Ganj is under investigation, and… pic.twitter.com/YW2XZcpc4a
— IANS (@ians_india) September 10, 2025
दिल्ली में Cab Driver ने महिला के सामने की अश्लील हरकत, कब होंगी महिलाएं पब्लिक जगहों पर सेफ
दिल्ली पुलिस ने एक कैब ड्राइवर को गिरफ्तार किया क्योंकि वह ड्राइविंग करते समय अश्लील हरकत कर रहा था। आरोप है कि वह एक महिला स्टूडेंट यात्री के सामने ही मास्टरबेट कर रहा था। यह घटना दिल्ली के मौरिस नगर इलाके की है। यह घटना 8 सितंबर 2025 की है। एक महिला कॉलेज जाने के लिए रैपिडो कैब बुक करती है। 48 वर्षीय ड्राइवर ने महिला से आगे की सीट पर बैठने के लिए कहा, लेकिन उसने पिछली सीट पर बैठना चुना।
राइड के दौरान ड्राइवर ने महिला पर अभद्र टिप्पणी की और उसे छूने की कोशिश की। इसके बाद वह आपत्तिजनक हरकत (मास्टरबेट करना) करने लगा और लगातार उसकी तरफ अश्लील ढंग से देखता रहा।
महिला के मना करने के बावजूद ड्राइवर ने गाड़ी नहीं रोकी। महिला ने शोर मचाया, तब जाकर ड्राइवर ने गाड़ी रोकी और भागने की कोशिश की। इसके बाद महिला ने पुलिसकर्मियों से मदद मांगी और शिकायत दर्ज करवाई।
VIDEO | Delhi: A 48-year-old cab driver was arrested for committing a sexual act in front of a woman during a ride.
— Press Trust of India (@PTI_News) September 10, 2025
DCP North Delhi, Raja Banthia, said, “The student booked a Rapido cab to travel from her home to her university. After traveling 1–2 km, she realised something was… pic.twitter.com/sud1WqbAgX
पब्लिक स्पेस पर महिलाओं की सुरक्षा
क्या महिलाओं को यह अधिकार नहीं है कि वे बिना डर के ट्रैवल कर सकें या सार्वजनिक जगहों पर बिना सहारे और बिना डर के मौजूद रह सकें? आज भी महिलाओं की यह दर्दनाक हकीकत है कि उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए रोज़ लड़ाई लड़नी पड़ रही है। जबकि यह उनका बुनियादी अधिकार है। लेकिन हमारी व्यवस्था ने महिलाओं की सुरक्षा को कभी प्राथमिकता नहीं दी।
कब पुरुष समझेंगे महिलाओं की वैल्यू
पुरुषों को यह गलत धारणा दी गई है कि वे महिलाओं की प्राइवेसी और गरिमा को शरेआम तोड़ सकते हैं। उन्हें बचपन से यही सिखाया जाता है कि महिलाएं उनकी "प्रॉपर्टी" हैं, जिनके साथ वे जैसा चाहें वैसा बर्ताव कर सकते हैं। यह हमारे समाज की ग़लत कंडीशनिंग है, जहां महिलाओं के सम्मान और उनकी मौजूदगी की कोई कद्र नहीं की जाती।
सोच बदलने के साथ बदलेगा समाज
अगर हम सच में चाहते हैं कि हमारी बहन, बेटी, पत्नी या मां के साथ ऐसी घटनाएं न हों, तो हमें अपने बेटों को सिखाना होगा कि महिलाएं उनकी प्रॉपर्टी नहीं हैं। उन्हें यह समझना होगा कि महिलाओं के साथ किसी भी रिश्ते या व्यवहार में कंसेंट सबसे ज़रूरी है। महिलाओं का सम्मान और उनकी सुरक्षा केवल नारे नहीं, बल्कि हमारी परवरिश और सोच का हिस्सा बनने चाहिए।