The Importance of Self-Discovery Beyond Your Profession: आज के समय के ज्यादातर युवा 'हसल कलचर' का हिस्सा बन चुके हैं। उनकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में कोई अंतर नहीं रह गया है। ऐसे माहौल में आपकी वर्थ को प्रोफेशनल ग्रोथ के साथ देखा जाता है। वर्क स्ट्रेस से जुड़ी ऐसी ही एक खबर सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है जिसमें 26 वर्षीय सीए अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की कंपनी ज्वाइन करने के 4 महीने बाद ही मौत हो गई। इससे संबंधित सोशल मीडिया पर एक लेटर वायरल हो रहा है जिसमें लड़की की मां की तरफ से ये आरोप लगाए गए हैं कि बेटी के ऊपर काम का बोझ बहुत ज्यादा था जिस कारण उसकी जान गई है।
पत्र में सीए अन्ना की माँ ने बताया, "काम का बोझ, नया माहौल और लंबे घंटों उसकी शारीरिक, भावनात्मक और मानसिक रूप से बहुत बुरा असर डाला। जॉइन करने के तुरंत बाद उसे चिंता, नींद न आना और तनाव का अनुभव होने लगा, लेकिन वो यह विश्वास करते हुए खुद को आगे बढ़ाती रही कि कड़ी मेहनत और दृढ़ता ही सफलता की कुंजी है"।
Heartbreaking news from EY Pune - a young CA succumbed to the work pressure and nobody from EY even attended her funeral - this is so appalling and nasty!!! pic.twitter.com/pt8ThUKiNR
— Malavika Rao (@kaay_rao) September 17, 2024
आज के समय की जरुरत: हमारी पहचान जॉब से नहीं हमारे व्यक्तित्व से है
इस घटना से हमें यह समझने की जरूरत है कि हसल कलचर को अपनाने से आप प्रोडक्टिव कम और बर्नआउट ज्यादा रहेंगे। आपके लिए वर्क लाइफ बैलेंस बहुत जरूरी है। आपको अपनी wellbeing के लिए दूसरों को मना करना सीखना होगा क्योंकि हर समय काम करने से आपकी शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक सेहत के ऊपर असर पड़ रहा है।
ऐसा वर्कप्लेस आपके लिए बिल्कुल भी सही नहीं है जहां पर आपकी वेलनेस के ऊपर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया जाता है। हमारी जिंदगी में काम के अलावा भी अन्य प्राथमिकताएं होती हैं लेकिन अगर आप सिर्फ काम के बारे में ही सोचते रहेंगे और इसके कारण खाने-पीने, नींद और मेंटल हेल्थ को इग्नोर करेंगे तो आप ज्यादा लंबे समय तक स्वस्थ नहीं रह पाएंगे। अगर आप स्वस्थ नहीं रहेंगे तो आप जीवन में बहुत कुछ नहीं कर पाएंगे और बाकी लोगों से पीछे छूट जाएंगे।
आज के समय में मेंटल हेल्थ का ध्यान रखना बहुत जरूरी हो गया है क्योंकि स्ट्रेस, डिप्रेशन या फिर एंग्जायटी बहुत आम हो गए हैं। इसके साथ ही आपको यह भी समझने की जरूरत है कि आपका वर्क आपको डिफाइन नहीं करता है। अगर आप अपनी मेंटल हेल्थ का ध्यान रख रहे हैं तो इससे आपको अपनी भावनाओं और विचारों को मैनेज करना आसान हो जाएगा। इससे आप अपनी लाइफ में अच्छे और जानकारी से भरपूर फैसला ले सकते हैं। अगर आप काम के साथ-साथ अपनी फैमिली के साथ भी समय व्यतीत करेंगे, अच्छी नींद लेंगे, अपने दोस्तों के साथ बाहर घूमने जाएंगे और जिंदगी को इंजॉय करेंगे तो इसका पॉजिटिव असर काम के ऊपर दिखाई देगा। आपको अपने काम को पूरी जिंदगी नहीं बना लेना चाहिए बल्कि दूसरों को मना करना सीखना चाहिए और बाउंड्रीज जरूर बनानी चाहिए।