Why Are Women Taught To Be Perfect: आजकल के समय में हम सब परफेक्ट दिखना चाहते हैं क्योंकि हमारा आसपास जिसमें मीडिया और सिनेमा आदि सभी हम सबको परफेक्ट रहना सिखा रहे हैं। महिलाओं की खासकर बात की जाए तो उनके आसपास ऐसा माहौल बना दिया गया है कि वह अब हर चीज में परफेक्ट दिखना चाहती है चाहे बॉडी, कपड़े, लाइफस्टाइल और सेल्फ केयर लेकिन ऐसे नहीं हो सकता। परफेक्शन एक मिथ है। अगर हम प्रकृति भी ध्यान से देखें तो उसमें भी परफेक्शन नहीं है तो फिर हम खुद में परफेक्शन क्यों ढूंढते हैं? और परफेक्ट होकर हम क्या अचीव कर लेंगे। व्यक्ति का अधूरापन ही उसे पूरा बनाता है तो चलिए आज इसी पर बात करते हैं कि क्यों महिलाओं को परफेक्ट होना सिखाया जाता है-
Perfection: क्यों महिलाओं को Perfect रहना सिखाया जाता है?
हमारे समाज में महिलाएं हमेशा ही हर चीज का टारगेट होती रही है। आज के समय में महिला पेरफ़ेक्शनिज़्म का शिकार है। मार्केट में प्रोडक्ट मिलते हैं जो आपको यह कह कर बेच दिए जाते हैं कि महिलाएं इसे परफेक्ट स्किन टोन पा सकती हैं, उनके बालों में कोई समस्या नहीं होगी लेकिन हम क्यों इन मार्केटिंग स्ट्रेटजी के पीछे पागल हुए फिरते हैं? क्यों हमें अपनी बॉडी में कोई दाग पसंद नहीं है? क्यों हमें अपने बाल उलझे हुए अच्छी नहीं लगते? क्योंकि हमारा दिमाग ऐसा बना दिया है। हमें लगता है कि हम सोसाइटी में फिट नहीं हो सकते अगर हम उनके बनाए हुए स्टैंडर्ड के अनुसार अच्छे नहीं दिखेंगे लेकिन यहीं पर हम गलती कर देते हैं। यह ऐसा बिंदु है यहाँ पर हम खुद को मार देते हैं और किसी और की बनाई हुई चीजों पर चलने लग जाते हैं जिसका असर हमें बाद में पता चलता है।
महिलाओं को किसी के लिए भी परफेक्ट होने की जरूरत नहीं है। आप जैसी है बहुत खूबसूरत और अच्छी हैं। अगर आपकी बॉडी पर कोई दाग है या आपको लगता है कि मैं सोसाइटी के बने हुए स्टैंडर्ड में फिट नहीं बैठ रही हूं तो उसे चीज को इंजॉय कीजिए। आप कोई नहीं है और आपकी अपीरियंस ही आपको यूनिक बनाती है। उसे आपको स्वीकार और उससे सेलिब्रेट करना चाहिए। वह आप है और आप जैसा कोई नहीं है। आपका अधूरापन और बिखरापन आपको खूबसूरत बनाता है।
इसलिए अगली बार जब कोई आपको आकर यह कहे कि आपकी स्किन गोरी नहीं है, चेहरे पर दाग है और आपके बाल बिखरे हुए हैं या कपड़े ऐसे क्यों पहने हैं तो उन्हें बस एक ही जवाब दीजिए की यह ही मेरी सुंदरता है और इससे में पूर्ण होती है।