Why Should We Stop Glorifying The Women Who Keeps Going Even When They Are Sick: हमारे घर में मां एक ऐसी सदस्य है जो बीमारी के होते हुए भी काम करती रहती है। इसे बिल्कुल सही माना जाता है। कोई भी यह नहीं सोचता है कि बीमारी में उन्हें भी रेस्ट की जरूरत है। हमें लगता है कि मां चाहे बीमार है लेकिन घर का काम उसकी जिम्मेदारी है। उसके अलावा घर का ख्याल कौन रखेगा? यह सिर्फ एक उदाहरण के लिए है। आमतौर पर महिलाओं के साथ ऐसा होता ही है। यह सिर्फ हमारी मां की कहानी नहीं है। यह हर औरत की कहानी है चाहे वो मां, बहन या पत्नी कोई भी हो। क्या यह व्यवहार सही है? क्या पुरुष बीमारी में भी कम पर जाते हैं? क्यों महिलाओं के बीमार होने पर काम करने को ग्लोरिफाई किया जाता है। चलिए आज इस पर बात करते हैं-
क्यों महिलाओं का बीमारी में भी काम करने को Glorify किया जाता है?
ह्यूमन बॉडी को काम के साथ-साथ आराम की भी जरूरत होती है लेकिन यह बात सिर्फ पुरुषों पर लागू होती है। महिलाएं तो हर स्थिति में ही काम करती रहती हैं। उनकी बीमारी को हमेशा ही ढोंग समझा जाता है या उन्हें कामचोर समझा जाता है। अगर एक पुरुष घर पर कमाकर लेकर आता है तो एक एक औरत भी पूरे घर को संभालती है। बीमार होने पर पुरुष को छुट्टी मिल जाती है लेकिन एक महिला हमेशा ही काम पर लगी रहती है। उसे कभी भी आराम करने का मौका नहीं मिलता है। उन महिलाओं को समाज में बहुत अच्छा माना जाता है जो अपनी सेहत को कंप्रोमाइज करके काम में लगी रहती हैं। हम सब लाइफ में बीमार होते हैं और बॉडी को भी आराम चाहिए होता है। इस बात में कुछ भी गलत नहीं है। महिलाओं को इस बात में कोई शर्म नहीं करनी चाहिए। उन्हें जब भी जरूरत महसूस होती है तब आराम कर लेना चाहिए।
ऐसा जरूरी नहीं है कि सिर्फ बीमारी के समय पर ही आपको रिलैक्स करना है। आप मांइड और बॉडी को जब भी जरूरत लगे तब आराम दे सकते हैं। इसके लिए आपको किसी की परमिशन की जरूरत नहीं है। अगर आपका पार्टनर या फिर परिवार ऐसे समय पर भी आपको आराम नहीं करने देता है जब आपको इसकी जरूरत होती है तो वे आपके लिए टॉक्सिक लोग हैं। आपको अपने लिए स्टैंड लेना ही होगा। ऐसे आप कभी भी खुद के लिए समय नहीं निकाल पाएंगे। अगर आपको लगता है कि आप ऐसा करके लोगों की नजरों में बुरी बन जाएगे तो बुरे बनने में कुछ भी गलत नहीं है। आप अपनी जरूरत को ज्यादा समझते हैं। अगर आप दूसरों से उम्मीद करते रहेंगे कि वे आपको समझेंगे तो आप कभी भी खुद को खुश नहीं रख सकते हैं। पुरुषों को भी चाहिए कि उन्हें बीमार महिलाओं के काम करने को ग्लोरिफाई करना छोड़कर उनकी सेहत के ऊपर ध्यान देना चाहिए ताकि हम अपने पास स्वस्थ महिलाओं को देख सकें।