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बॉडी हेयर एक चॉइस है लेकिन समाज इसे समझने में नाकाम

आज भी हमारे समाज में महिलाओं को सिर्फ इस बात के लिए जज किया जाता है कि वो ब्यूटी स्टैंडर्ड के अनुसार सुंदर है या नहीं। उन्होंने अपनी जिंदगी में क्या अचीव किया है, इससे किसी को कोई लेना-देना नहीं है।

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Rajveer Kaur
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Body Hair

Image Credit: Freepik

Why Society Is Unable To Understand That Body Hair Is A Choice: बॉडी हेयर एक चॉइस है लेकिन जब बात महिलाओं की आती है तब यह चॉइस खत्म हो जाती है। जिन भी महिलाओं के बॉडी पर हेयर होते हैं, उनका बहुत बुरे, तरीके से मजाक बनाया जाता है या फिर उन्हें हाइजीनिक नहीं माना जाता है। वहीं बात जब पुरुषों की आती है तब इसे नॉर्मल माना जाता है और किसी को कोई प्रॉब्लम नहीं होती है। इस बात को आप इस उदाहरण से समझ सकते हैं कि यूपी बोर्ड टॉपर का सिर्फ इसलिए मजाक बनाया गया क्योंकि उनके चेहरे पर बाल थे। लोगों ने उनकी काबिलियत से ज्यादा उनकी सुन्दरता को लेकर ट्रॉल किया। आज भी हमारे समाज में महिलाओं को सिर्फ इस बात के लिए जज किया जाता है कि वो ब्यूटी स्टैंडर्ड के अनुसार सुंदर है या नहीं। उन्होंने अपनी जिंदगी में क्या अचीव किया है, इससे किसी को कोई लेना-देना नहीं है।

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बॉडी हेयर एक चॉइस है लेकिन समाज समझने में नाकाम

यह आपकी ब्यूटी डिफाइन नहीं करते हैं

सबसे पहले हमें यह समझना होगा कि बॉडी हेयर का होना या ना होना किसी भी महिला की ब्यूटी को डिफाइन नहीं करता है। अगर आप किसी को इस बात से जज करते है कि उनके बाल हैं या नहीं है तो आपकी सोच में बड़ी खराब है। सुन्दरता की कोई डेफिनेशन नहीं होती है। अगर कोई व्यक्ति अपने बॉडी हेयर में कंफर्टेबल है और उसे कोई भी समस्या नहीं हो रही है तो दूसरे व्यक्ति को कोई भी फैसला लेने का या फिर टिप्पणी करने का हक नहीं है। हमें दूसरों के डिसीजंस की रिस्पेक्ट करना सीखना होगा। हम अपनी सोच को दूसरों के ऊपर नहीं थोप सकते हैं।

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महिलाओं के साथ हमेशा से ही ऐसे होता आ रहा है। उन्हें हमेशा ही दूसरों के तौर-तरीकों से जीना सिखाया गया है। उनके लिए ही ब्यूटी स्टैंडर्ड बनाए गए हैं। कभी आपको किसी पुरुष को ब्यूटी स्टैंडर्ड से गुजरते देखा है? इसका जवाब ना ही होगा क्योंकि मर्दों की सुंदरता को किसी पैमाने पर सेट नहीं किया गया है। उनकी चॉइस पर कोई सवाल नहीं उठते हैं, जब भी सवाल उठा तो महिलाओं के ऊपर ही उठा है।

इसके साथ ही महिलाओं को भी इस बात की चिंता करने की जरूरत नहीं है कि दूसरे उनके बारे में क्या सोचते हैं? आप खुद को वैसे ही स्वीकार करें जैसे आप हैं। सबसे जरूरी आपका खुद के साथ कंफर्टेबल होना है। बॉडी के बारे में आप जो भी चॉइस बनाते हैं, वह पूरी तरह से वैलिड है। इसके लिए आपको किसी दूसरे का ओपिनियन लेने की जरूरत नहीं है। यह पूरी तरह से पर्सनल चॉइस है।

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