Hadd Hai Yaar: भारतीय समाज में लड़कियों की वर्जिनिटी को लेकर बहुत ज्यादा ऑब्सेशन है। ऐसा समझा जाता है कि लड़कियों को शादी के पहले सेक्स नहीं करना चाहिए और जो लड़कियां शादी से पहले सेक्स करती हैं, उनका चरित्र अच्छा नहीं होता। वहीं पुरुषों की बात की जाए तो उनका शादी से पहले सेक्स करना 'शान' समझा जाता है। लड़का जब पहली बार सेक्स करता है तो कहा जाता है कि जवान हो गया है। वहीं पर लड़कियों की चॉइस को बिल्कुल भी रिस्पेक्ट नहीं किया जाता है और उन्हें इज्जत का पाठ पढ़ाया जाता है। आज हम जानेंगे कि क्यों समाज की वर्जिनिटी को लेकर सोच पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग है?
महिला का शादी तक 'वर्जिन' रहना जरूरी लेकिन पुरुषों पर कोई पाबंदी नहीं
शुरुआत से ही लड़कियों की शारीरिक जरूरत को ज्यादा तवज्जो नहीं दी जाती। ऐसा समझा जाता है कि महिलाओं को पुरुषों की शारीरिक जरूरत को पूरा करना चाहिए। एक अच्छी पत्नी वही होती है जो अपने पुरुष को हर तरीके से सुख दे। ऐसी सोच के कारण महिलाएं कभी भी अपनी सेक्सुअलिटी को इंजॉय ही नहीं कर पाती। अगर कोई महिला अपनी शारीरिक जरूरत को पूरा करती है या फिर सेक्स एंजॉय करती है तो उसे गलत समझा जाता है। उसके चरित्र पर दाग लगाया जाता है और शर्मिंदगी महसूस करवाई जाती है जिसके कारण बहुत सारी महिलाएं सेक्स के बारे में बात करने से भी डरती हैं।
इसके साथी वर्जिनिटी को परिवार की इज्जत के साथ जोड़ दिया जाता है। आज भी ऐसी सोच मौजूद है कि अगर कोई महिला शादी से पहले सेक्स करती है तो उसके परिवार की इज्जत खराब हो जाएगी या फिर समझ में उनका रुतबा कम हो जाएगा लेकिन पुरुषों के ऐसा करने पर समाज का रुतबा खराब नहीं होता है। सदियों से महिलाओं की बॉडी पर पुरुषों का अधिकार रहा है। उन्होंने अपने हिसाब से औरतों का इस्तेमाल किया है। बहुत सारे पुरुष शादी से पहले यह भी चेक करते हैं कि महिला वर्जन है या नहीं।
आपने सुना होगा की बहुत बार ऐसा बोला जाता है कि 'नो सील नो डील'। लड़की की पवित्रता को उसकी वर्जिनिटी के साथ जोड़ा जाता है।
इन डबल स्टैंडर्ड हमें बदलने की जरूरत है। अगर कोई लड़की शादी से पहले सेक्स करती है तो उसका परिवार की इज्जत या फिर उसके चरित्र के साथ कोई लेना-देना नहीं है। यह एक पर्सनल चॉइस है। सेक्स करने का दबाव किसी के ऊपर नहीं होना चाहिए। कोई भी व्यक्ति किसी भी उम्र में सेक्स को इंजॉय कर सकता है। इसके लिए शादी जैसे बंधन का होना जरूरी नहीं है। अगर आप अपनी यौन इच्छाओं को पूरा कर रहे हैं या फिर उन्हें महसूस करते हैं तो यह गलत बात नहीं है। इसमें आपको खुद को गिल्ट में डालने की जरूरत नहीं है।