Why Women Are Forced To Feel Dumb: आप लोगों ने बहुत बार सुना होगा कि जब दो-चार लोग बैठकर बात कर रहे होते हैं तो महिलाओं को बातचीत में शामिल नहीं किया जाता है क्योंकि यह मान लिया जाता है कि इन्हें कुछ भी समझ नहीं आता है। ऐसा ज्यादातर तब बोला जाता है जब बात राजनीतिक, फाइनेंस, स्टॉक मार्केट, मैथमेटिक्स या फिर साइंस आदि की होती है। आज भी हमारे समाज में ऐसी पितृसत्तात्मक सोच है जहां पर महिलाओं को इस काबिल नहीं समझा जाता है कि वो जटिल विषय बात कर सकें। आज हम इसी सोच के ऊपर बात करेंगे-
क्यों औरत को कहा जाता है कि तुम्हें कुछ समझ नहीं आएगा?
अगर हम किसी भी विषय के ऊपर बात करें तो उसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी रुचि और जानकारी होती है। अगर आप महिलाओं को पढ़ने का मौका नहीं दे रहे हैं या फिर उन्हें घर पर रोक कर रख रहे हैं तब महिलाओं को वह बात कैसे समझ आएगी। हर एक चीज की समझ के लिए उसका एक्स्पोज़र होना या उस जैसे लोगों के साथ मिलना जुलना बहुत महत्वपूर्ण होता है। हम महिलाओं को घर पर रखते हैं या फिर उन्हें ऐसे लोगों के साथ मिलने नहीं देते हैं और फिर हम उन्हें कहते हैं कि महिलाओं को तो कुछ समझ नहीं आता है।
इसका एक कारण मर्द प्रधान समाज भी है जहां हर जगह पर पुरुषों की भूमिका ही प्रमुखता से होती है। सबसे पहले तो मां-बाप अपने अपनी लड़की को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित नहीं करते हैं। घर में भी बेटा और बेटी के बीच में भेदभाव होता है और अगर हम वर्कप्लेस की बात करें तो वहां पर भी पुरुषों और महिलाओं के साथ भेद होता है जैसे पुरुषों और महिलाओं को एक ही काम के लिए अलग-अलग वेतन दिया जाता है। इसके साथ ही महिलाओं को नीचा दिखाया जाता है और उन्हें सेल्फ डाउट से भरा जाता है।
अगर आपके सामने कोई महिला से ऐसे बात कर रहा है या फिर आप खुद ऐसी बातों का शिकार हो रहे हैं जहां पर आपको पहले ही बोल दिया जाता है कि आपको यह समझ नहीं आएगा तो इसमें आपकी कोई गलती नहीं है। अगर आपको वह चीज समझ आ रही है तो आपको उसके बारे में बात जरूर करनी चाहिए और अगर नहीं आ रही तो बुरा मानने वाली बात नहीं है। आपके इंटरेस्ट बाकियों से अलग हो सकते हैं या फिर आपको इतना मौका नहीं दिया गया है कि आप उन बातों को समझ सकें या फिर उनके बारे में जान सकें। इसका मतलब यह नहीं है कि महिलाएं काम समझदार होती है आपको इंटेलिजेंस की कमी होती है।