Why Women Are Still Expected to Manage Career And Family: जब बात घर और काम के बीच में बैलेंस करने की बात आती है तो हमेशा ही महिलाओं को कहा जाता है। पुरुषों से कभी यह अपेक्षा नहीं की जाती है कि वो घर और परिवार को बैलेंस करके चलें। उनके ऊपर सिर्फ अपने काम की जिम्मेदारी होती है लेकिन घर की जिम्मेदारी हमेशा ही औरतों के ऊपर होती है। एक वर्किंग औरत को हमेशा ही घर और काम को बैलेंस करके चलना पड़ता है। इसके बिना महिलाएं अपने करियर में आगे नहीं बढ़ सकती क्योंकि बहुत सारी महिलाओं को इस शर्त पर काम करने दिया जाता है कि अगर वे घर की जिम्मेदारियां को पूरा करेंगी तभी उन्हें काम करने दिया जाएगा। चलिए आज इस पुरुषों और महिलाओं के बीच होने वाले फर्क के ऊपर बात करते हैं-
क्यों सिर्फ महिलाओं को ही घर और काम मैनेज करने की सलाह दी जाती है?
सबसे पहले हमें इस बात को समझना होगा कि घर का काम अकेले औरतों की जिम्मेदारी नहीं है। एक परिवार सभी के एफर्ट्स के साथ चलता है लेकिन जब जिम्मेदारियां की बात आती है तो हमेशा महिला के ऊपर ही आती हैं जो कि बहुत गलत बात है। इसके कारण बहुत सारी महिलाएं बर्नआउट का शिकार हो जाती हैं। बहुत सारी महिलाएं इसलिए बहु अपने जॉब या करियर को भी छोड़ देती हैं क्योंकि उनसे वर्क लाइफ बैलेंस नहीं होता है। यह एक बहुत चिंताजनक विषय है जिसके कारण महिलाएं भी बहुत ज्यादा स्ट्रेस में रहती हैं।
हमारे समाज में अच्छी बहू, बेटी या फिर पत्नी का टैग उस औरत को दिया जाता है जो परफेक्ट रहने की कोशिश करती है और सभी जिम्मेदारियां का बोझ अपने ऊपर लेती है। हमें अच्छा लगता है जब औरत हर समय काम करती रहती है। ऐसी औरत को समझा जाता है कि इसे जिम्मेदारियां का एहसास है और यह परिवार की भलाई के लिए ही काम करती है।
महिलाओं के घर और ऑफिस के काम करने को कोई भी बुरा नहीं समझता है। इस बात को समझने की कोई कोशिश नहीं करता है कि कैसे महिलाएं थकावट में रहती हैं और उन्हें आराम करने का समय नहीं मिलता जिस कारण उनकी नींद पूरी नहीं होती और उन्हें मानसिक समस्याओं से जूझना पड़ता है। बहुत सारी महिलाएं करियर नहीं छोड़ना चाहती हैं लेकिन इसके लिए उन्हें घर का काम करना पड़ता है जिस कारण उन्हें दोगुनी थकावट का सामना करना पड़ता है।
ऐसे में पुरुषों को महिलाओं के साथ देने की जरूरत है। उन्हें चाहिए कि अगर उनकी पत्नी, बहन या फिर बेटी काम कर रही है तो वह भी घर के कामों में उनकी मदद कर सकते हैं। घर के काम अकेले महिलाओं की जिम्मेदारी नहीं है यह पुरुषों की भी जिम्मेदारी है। घर में खाना सिर्फ महिलाएं नहीं खाती, कपड़े अकेले महिलाएं नहीं इस्तेमाल करती तो घर के काम अकेले उन्हें क्यों करने पड़ते हैं। पुरुषों को भी अपनी जिम्मेदारियां को समझना चाहिए। ऐसी महिलाओं का बोझ हल्का हो जाएगा और उन्हें भी अपने लिए कुछ समय मिल जाएगा जिस कारण वह अपनी वेल्बीइंग का भी ध्यान रख पाएंगी।