Hadd Hai Yaar: आपने अक्सर देखा होगा कि जब भी एक महिला के रिश्ते की बात होती है तो ज्यादातर समय लड़के की उम्र लड़की से ज्यादा होती है। समाज में ऐसा समझा जाता है कि रिश्ते में लड़की की उम्र कम ही होनी चाहिए। इससे रिश्ते में बैलेंस बना रहता है लेकिन पुरुषों के लिए समाज की सोच अलग हो जाती हैं। हमें अपने आसपास ऐसी बहुत कम कपल मिलते हैं जिसमें लड़की की उम्र, लड़के से ज्यादा है। पहले के समय में लड़कियों की शादी इतनी कम उम्र में हो जाती थी कि उन्हें पता नहीं होता था कि एक रिलेशनशिप का मतलब क्या है। चलिए जानते हैं कि समाज में ये दोगलापन क्यों है?
महिलाओं की छोटी उम्र के पार्टनर को डेट करने पर आलोचना लेकिन पुरुष ऐसा कर सकते हैं
क्यों लड़की कम उम्र के लड़के को डेट नहीं कर सकती?
रिलेशनशिप के लिए उम्र इतनी मैटर नहीं करती है। इसमें और भी बहुत सारे फैक्टर शामिल होते हैं। उदाहरण के तौर पर अगर हम देखेंगे तो प्रियंका चोपड़ा की उम्र 35 साल की थी जब उन्होंने 25 साल के निक को डेट करना शुरू किया। उनकी उम्र में 10 साल का फर्क है। आज उनके रिलेशनशिप को उम्र नहीं डिफाइन करती। वे दोनों एक शादीशुदा जिंदगी का व्यतीत कर रहे हैं। उनके एक बेटी मालती मैरी चोपड़ा जोनास भी है।
समस्या इस बात से नहीं है कि लड़के का कम उम्र की लड़की के साथ रिलेशनशिप क्यों नॉर्मल है बल्कि इस बात से है कि महिलाओं के मामले में इसे इतना बड़ा मुद्दा क्यों बनाया जाता है? जब बात महिला की होती है तो हर चीज में रोक-टोक शुरू हो जाती है और उन्हें जज किया जाता है। यह पितृसत्तात्मक सोच का नतीजा है। रिलेशनशिप में महिला की अपने पार्टनर से ज्यादा उम्र समाज में बर्दाश्त नहीं की जाती है। उन्हें लगता है कि ऐसी औरतें रिलेशनशिप को कंट्रोल करती और सारी पावर उनके हाथ में होती है। यह बिल्कुल भी सच नहीं है। असलियत में रिलेशनशिप में पुरुषों ने महिलाओं को कभी बराबरी का दर्जा नहीं दिया। हमेशा से एक महिला को अपने पार्टनर से परमिशन लेने ही पड़ती है।
हमें रिलेशनशिप की परिभाषा को दोबारा से डिफाइन करने की जरूरत है। रिलेशनशिप में उम्र ज्यादा होने का मतलब यह नहीं है कि कोई एक पार्टनर इस रिश्ते को डिक्टेट करेगा। रिश्ते में उम्र मैटर नहीं करती है जब दोनों पार्टनर में समझदार होते हैं और रिश्ते में एक दूसरे का स्थान समझते हैं। समस्या की वजह एगो है कि जब एक पार्टनर को लगता है कि उसका रिलेशनशिप में हक ज्यादा होना चाहिए और हर चीज का फैसला उसके हाथ में ही होना चाहिए। इसलिए आज के बाद हमें महिलाओं को उनके उम्र के कारण जज करने की जरूरत नहीं है। यह हर किसी का निजी फैसला है कि उन्हें किसी व्यक्ति के साथ किस उम्र में रिलेशनशिप में आना है।