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Women: क्या महिलाएं अपने परिवार को आर्थिक रूप से सहारा नहीं दे सकती?

आज महिला हर क्षेत्र में अपना नाम कमा रही है। हर महिला चाहती है कि वह आत्मनिर्भर हो उसे आर्थिक या मानसिक रूप से किसी का भी सहारा ना लेना पड़े। इसके लिए वह पर्याप्त कोशिश भी कर रही है और बहुत सारी महिलाएं इसमें अच्छा भी कर रही है।

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Rajveer Kaur
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(Image Credit: Protium)

Women Can Support Their Families Financially: आज महिला हर क्षेत्र में अपना नाम कमा रही है। हर महिला चाहती है कि वह आत्मनिर्भर हो उसे आर्थिक या मानसिक रूप से किसी का भी सहारा ना लेना पड़े। इसके लिए वह पर्याप्त कोशिश भी कर रही है और बहुत सारी महिलाएं इसमें अच्छा भी कर रही है। आज भी इस बात पर शक किया जाता है कि महिलाएं अपने परिवार को आर्थिक रूप से सहारा नहीं दे सकती यह काम मर्द अच्छी तरह कर सकते हैं लेकिन यह बिल्कुल गलत है।

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क्या महिलाएं अपने परिवार को आर्थिक रूप से सहारा नहीं दे सकती?

महिलाएं मर्दों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही

आज यहां पर महिलाएं पारिवारिक जिम्मेदारियां को भी संभाल रही हैं वहां पर अपने पार्टनर या अपने पिता के साथ आर्थिक सहारा भी बन रही है। आज की महिला चाहती है कि आर्थिक बोझ सिर्फ मर्द पर ना हो इसलिए वह  जॉब या  करियर में आगे बढ़ रही हैं लेकिन मजे की बात यह है कि महिलाओं की जिम्मेदारियां इससे ज्यादा बढ़ रही है क्योंकि एक उन्हें काम करना है उसके पर उन्हें पारिवारिक जिम्मेदारियां भी निभानी पड़ती है जैसे बच्चों को संभालना, घर के काम आदि।

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हर जगह होनी चाहिए समानता

अगर महिलाएं यह सोच रही है कि आर्थिक बोझ सिर्फ मर्दों पर नहीं आना चाहिए तो मर्दों का भी यह समझना चाहिए घर जिम्मेदारी सिर्फ एक औरत की नहीं है। उन्हें भी महिलाओं के साथ काम में  सहायता करनी चाहिए। जैसे अगर महिला खाना पका रही है तो उनके पार्टनर को चाहिए कि वह घर का खाना टेबल पर लगा दे या फिर बच्चों को देख ले  अगर महिला बच्चों को तैयार कर रही है तो फिर वह घर के बाकी कामों को देख ले। जब दोनों ही काम साथ करेंगे तो दोनों पर ही कोई भी बोझ नहीं आएगा इससे रिश्ता में भी कोई ऊपर या नीचे नहीं होगी दोनों एक दूसरे को कामों को समझने लगेंगे।इससे परिवार में एक सकारात्मक माहौल बनेगा और बच्चे भी उन्हें देखकर अच्छी चीज सीखेंगे

शुरुआत से करनी होगी शुरुआत

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इसका मतलब इसका मतलब यह है कि अगर समाज यह चाहता है कि अकेले मर्दों पर आर्थिक बोझ मत पड़े तो उन्हें शुरुआत से ही बेटियों को आर्थिक स्वतंत्रता के बारे में सिखाना होगा। उन्हें सशक्त बनाना होगा ताकि वह आगे जाकर जॉब या फिर अपना बिजनेस शुरू  कर सके। इससे  वह अपने  परिवार का पालन पोषण कर सकती है। हमें महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा ऐसे मौके प्रदान करने चाहिए जिससे वह आर्थिक आजादी की तरफ ज्यादा जाए। इससे महिलाओं को बहुत सारे फायदे मिलेंगे जैसे उन्हें पैसे के लिए किसी की तरफ देखना नहीं पड़ेगा, किसी टॉक्सिक रिश्ते में नहीं रहना पड़ेगा, अपनी लाइफ को अपनी मर्जी से जी सकेंगी।

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