Women Deserve Respect Because They Are Women: हमारे समाज में महिलाओं को वो रिस्पेक्ट नहीं मिलती जिसकी वे हकदार हैं। महिलाओं के रोल के लिए उन्हें रिस्पेक्ट किया जाता है लेकिन उन्हें इसलिए सम्मान नहीं मिलता कि वे एक महिला हैं। बहुत सारी महिलाएं रिश्ते या परिवार में अपनी रिस्पेक्ट की अपेक्षा भी नहीं करती। ऐसा समझा जाता है कि महिलाएं कुछ ऐसा काम नहीं करती जिसके लिए उन्हें रिस्पेक्ट मिलें हालांकि घर की सारी जिम्मेदारियां उनके ऊपर ही होती हैं और कितनी सारी बातें तो वे किसी के शेयर भी नहीं करती। चलिए आज बात करते हैं कि क्यों महिलाएं सम्मान की हकदार लेकिन किसी की माँ, पत्नी या बहन होने के कारण नहीं।
महिलाएं सम्मान की हकदार लेकिन किसी की माँ, पत्नी या बहन होने के कारण नहीं
हमारे समाज में महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों की लिस्ट बहुत लंबी है। इसका मुख्य कारण यह भी है कि महिलाओं को समाज में सम्मान नहीं दिया जाता। ऐसा समझा जाता है कि उनके साथ कुछ भी किया जा सकता है। महिलाओं के प्रति किसी के अंदर डर भी नहीं होता। वही पर जब बात पुरुषों की आती है तो पावर उनके हाथ में होती है। इसका मतलब है कि आज भी हम एक पुरुष प्रधान समाज में रह रहे हैं। इसके कारण पुरुषों को सामान ज्यादा मिलता है जिससे यह भी पता चलता है कि हमारे समाज में बराबरी नहीं है। पुरुषों और महिलाओं को अलग-अलग ट्रीटमेंट दिया जाता है। इसलिए महिलाओं की वैल्यू नहीं की जाती। उन्हें ही हमेशा नीचा दिखाया जाता है और अपनी चॉइस के हिसाब से जीने नहीं दिया जाता है। उन्हें हर चीज के लिए दूसरों से वैलिडेशन जीने लेने की जरूरत पड़ती है।
बहुत सरे रिश्तों में महिलाएं अपनी सेल्फ रिस्पेक्ट के लिए लड़ती हैं क्योंकि लोग उनकी चॉइस की रिस्पेक्ट नहीं करते। हमेशा उन्हें कंट्रोल करने की कोशिश की जाती है। ऐसा समझा जाता है कि महिलाओं को अपने फैसले खुद नहीं लेने चाहिए क्योंकि वे इतनी सक्षम नहीं या फिर उनमें इतनी समझ नहीं होती। एक महिला के लिए फैसला पुरुष को ही लेना चाहिए क्योंकि वह ज्यादा समझदार होता है। इन्हीं बातों के कारण महिलाओं का कॉन्फिडेंस बहुत कम हो जाता है जिस कारण वे अपने फैसले नहीं ले पाती और पुरुषों के ऊपर पूरी तरह निर्भर हो जाती हैं।
हमारे समाज में ऐसा बोला जाता है कि तुम्हें उस महिलाकी इज्जत इसलिए करनी चाहिए क्योंकि वह तुम्हारी मां, बहन, पत्नी या फिर बेटी है लेकिन कभी यह नहीं बोला जाता कि तुम्हें उसकी इज्जत इसलिए करनी चाहिए क्योंकि वह महिला है और वह इस बात को डिजर्व करती है। जिस दिन हम यह बात समाज में बच्चों को सिखाने लग जाएंगे तो महिलाओं के लिए माहौल ज्यादा सुरक्षित हो जाएगा। महिलाओं को हर दिन अपनी इज्जत के लिए स्ट्रगल नहीं करना पड़ेगा। हम कभी भी महिलाओं को इज्जत की नजर से नहीं देखते हैं। उन्हें अलग-अलग नाम से बुलाते हैं। हमेशा उन्हें गलत नजरों से देखते हैं या फिर छेड़खानी करते हैं। हमें लगता है कि महिलाएं पब्लिक प्रॉपर्टी है। इसलिए उनके साथ हम कुछ भी कर सकते हैं। ऐसी सोच के कारण महिलाएं डर में रहती हैं और आज भी अपने हकों के लिए लड़ रही हैं।