Women Should Put Their Own Needs Before Those of Others: हमारे घर में जब बीमार हुई माँ भी घर के सब काम करती हैं जैसे बच्चों का टिफिन बनाना, उन्हें स्कूल छोड़ने जाना, घर के काम करना और पूरे परिवार का ध्यान रखना तो हमें बहुत अच्छा लगता है क्योंकि हम यह चाहते हैं कि महिलाएं बीमार होकर भी खुद का ध्यान न रखते हुए दूसरों का ध्यान रखें। यह उनकी जिम्मेदारी होनी चाहिए लेकिन ऐसा सिर्फ महिलाओं के साथ क्यों होता है? आगे हम अपनी बेटियों को भी यही सीख दे रहे हैं। अगर कोई महिला मदद के लिए घर में हेल्प रख लेती है या फिर अपने बच्चों को छोड़कर काम पर जाती है तो हम उस महिला को गिल्ट में डाल देते हैं कि यह कितनी सेल्फिश है, सिर्फ अपने बारे में सोचती है लेकिन जब एक पति घर पर बच्चों को छोड़कर काम पर जाता है तब हम ऐसा कुछ नहीं सोचते हैं।
महिलाओं को खुद को नजरअंदाज करके दूसरों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं
आज के समय में महिलाओं को दूसरों को खुश करने में खुद को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि यह उनकी लाइफ है। इसके साथ ही अगर उनके मना करने पर दूसरे लोग नाराज हो रहे हैं तो यह नॉर्मल है। आपको सबसे पहले देखना चाहिए कि आपकी हेल्थ ठीक है या फिर आपको किसी तरह का तनाव तो नहीं है और अगर आप पूरी तरह फिट होने के बावजूद भी किसी का काम करने में इंटरेस्ट नहीं रखते तो आप उन्हें मना कर सकते हैं। यह कोई बंदिश नहीं है कि महिलाओं को हर किसी का काम करना ही है।
अब महिलाओं को इस बात के लिए भी गिल्ट में डाला जाता है कि यह तुम्हारा परिवार है। अब तुम्हें इसका ध्यान रखना है। यह एक सबसे बड़ा हथियार है जिसका इस्तेमाल महिलाओं को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है। आपको अपनी वैल्यू को सैक्रिफाइस करके दूसरों का ध्यान रखने का कोई फायदा नहीं है। अगर आप अपनी फैमिली और बच्चों से पहले खुद की मानसिक और शारीरिक सेहत को प्रायोरिटी दे रहे हैं तब भी आपको गिल्ट में जाने की जरूरत नहीं है। यह एक नॉर्मल एक्ट है और सभी ऐसा करते हैं। वहीं पर अगर आप अपनी जरूरत को नजरअंदाज करके दूसरों को पहले रखते हैं तब आप कभी भी खुद को खुश नहीं रख पाएंगे और इसका कोई फायदा भी नहीं है।