Relationship Advice: आजकल युवा इस बात को लेकर बहुत उत्सुक रहते हैं कि पहली बार मिलते ही प्यार हो जाता है। इस विचार के चलते वे अक्सर आकर्षण को प्यार समझ लेते हैं। 'आई लव यू' बोलने पर वे मानते हैं कि वे प्यार में हैं। यहां पर आकर्षण (Attraction) और प्यार (Love) में विशेष अंतर है। अक्सर आपका आकर्षण समय सीमित होता है, जबकि प्यार गहरा और परमानेंट होता है। इस दौरान ये भी दिल नही करता की आप किसी और के बारे में भी वैसे ही सोचें जैसे आप अपने प्रेमी के बारे में सोच रही हैं। अगर आपको उस व्यक्ति के बारे में पूरी जानकारी नहीं है, तो संभावना है कि आपका आकर्षण केवल कुछ समय में लिए हो। इसलिए, यह जरूरी है कि आप अपने इमोशंस को समझें और उन्हें सही समय पर प्यार में बदलें। आइये जानें आपको असल में क्या है प्यार या आकर्षण।
प्यार है या आकर्षण ऐसे लगाएं पता
क्या होता है प्यार?
प्यार की असली महत्वपूर्णता उसे शब्दों में पिरोने में नहीं है। यह एक गहरा अहसास है जिसे आप अनुभव करते हैं और उसे महसूस करते हैं। प्यार के अनेक रूप होते हैं जैसे जो प्यार वो माता-पिता से मिलता है, वह निःस्वार्थ और अनंत होता है। फिर आता है दोस्ती वाला प्यार, जिसमें स्वार्थ की कोई बात नहीं, बस सहयोग और सपोर्ट होता है। पति-पत्नी का प्यार जीवन के संगी को पूरी दिल से अपनाया जाता है, जिससे जीवन में खुशियां बढ़ती हैं। इस प्यार में एक दूसरे के प्रति डेडीकेशन और रिस्पेक्ट होती है। यह प्यार आमतौर पर जल्दी खत्म नहीं होता, बल्कि यह जीवन भर चलता है।
प्यार के लक्षण
1. प्यार करने वाले व्यक्ति अपने समय का एक अच्छा हिस्सा अपने पार्टनर के साथ बिताना पसंद करते हैं।
2. वे आपके साथ हर समय सहयोग देने और सपोर्ट प्रदान करने को तैयार रहते हैं।
3. प्यार करने वाले व्यक्ति में आप पर विश्वास होता है और वह आपके ऊपर विश्वास करते हैं।
4. आप एक दूसरे की फीलिंग्स और इमोशंस की जरूरतों को समझते हैं और उन्हें महसूस करते हैं।
5. वे आपकी बातों को समझने का प्रयास करते हैं और आपके विचारों और विचारधारा की रिस्पेक्ट करते हैं।
6. प्यार के प्रति व्यक्ति ईमानदार होते हैं और वे अपने रिश्ते में सच्चाई और विश्वास के साथ रहते हैं।
क्या होता है आकर्षण?
अक्सर, प्यार और आकर्षण को समझना एक चुनौतीपूर्ण कार्य होता है। जब आप किसी के प्रति आकर्षित होते हैं, तो आपको एक नई रोमांचक जीवन का अहसास होता है। यह नयी भावनाएं और जोश भरती हैं। इस स्तिथि में, जब रिश्ता अभी ताजा होता है, आप उस व्यक्ति को पूरी तरह से नहीं समझ पाते, फिर भी उसके प्रति अनुराग बढ़ता जाता है। इस आकर्षण में अक्सर हम अपनी विचारधारा को ही ध्यान में रखते हुए जीने लगते हैं, जिसका परिणाम हमारी दैनिक जिंदगी पर असर करता है। इस तरह का आकर्षण कभी-कभी एकतरफा भी हो सकता है, जिससे हम अकेले में ही अपने इमोशंस का सामना करने के लिए मजबूर होते हैं।
आकर्षण के लक्षण
1. आकर्षण तो प्यार से बहुत अधिक तेज़ी से होता है, जिससे आपकी सोचने की कैपेसिटी और काम करने की कैपेसिटी भी प्रभावित होती है।
2. इन तरह के रिश्तों में खुशियां जल्द ही गायब हो जाती हैं और उसके स्थान पर दुख ही बना रहता है।
3. कई बार आप इस तरह के इमोशंस में खो जाते हैं और खुद को खोजते रहते हैं।
4. इस प्रकार के रिश्ते में टाइम और सपोर्ट की कमी होती है, जिससे दोनों पार्टनर में दूरी बढ़ती है।
5. ऐसे रिश्तों में विश्वास और सम्मान की कमी भी होती है, जो दोनों के बीच रिश्ते को कमजोर करती है।
6. इस रिश्ते में अनिवार्य रूप से एक दूसरे को समझने और रिस्पेक्ट करने की जरूरत होती है।