Family Planning Tips For Parents: भारतीय समाज में एडल्ट होने पर शादी का प्रेशर आने लगता है। महिलाएं चाहे जितना मर्जी सशक्त और आर्थिक रूप से मजबूत हो जाएँ लेकिन समाज की नजर में एक महिला तभी लाइफ में सेट होती है जब उसकी शादी हो जाती है। शादी के बाद आता है बच्चे का प्रेशर। यह प्रेशर कई बार मानसिक तनाव और डिप्रेशन का कारण बन जाता है।फैमिली प्लानिंग के लिए मां बाप का शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत होना जरूरी है। आइये जानते हैं फैमिली प्लानिंग में मां बाप किन बातों का रखें ध्यान
फैमिली प्लानिंग क्या है?
यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें पेरेंट्स के द्वारा तय किया जाता कि उनके कितने बच्चे होंगे और उनके बीच कितनी स्पेस रखी जाएंगी। इसके लिए कांट्रेसेप्टिव्स या बर्थ कंट्रोल के अलग-अलग तरीकों का उपयोग करते हैं।
- इससे और महिलाएं अनचाही गर्भावस्था से भी बच जाती हैं।
- इसके साथ मां बाप मर्जी से बच्चा प्लान कर सकते हैं।
- महिलाएं सशक्त होती हैं क्योंकि वह ज्यादा अवसर प्राप्त कर सकती हैं।
- जनसंख्या भी नियंत्रण में आती है।
- बच्चों की परवरिश अच्छे से होती है क्योंकि मां-बाप बिना किसी दबाव से अपनी कंडीशन के हिसाब से बेबी प्लान करते हैं।
- किन बातों का रखा जाए ध्यान
Family Planning Tips: फैमिली प्लानिंग से पहले पेरेंट्स जाने ये बातें
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मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार
फैमिली प्लानिंग से पहले मां बाप इस बात का निरीक्षण जरूर करें कि वह मानसिक और शारीरिक रूप से बच्चों के लिए तैयार है या नहीं। बच्चे को पैदा करने से ज्यादा उनके पालन पौषण में एफर्ट लगते हैं। इसलिए फैसला सोच समझकर और अपने हालत के हिसाब से लिया जाए। -
प्रेशर में कोई फैसला मत लीजिए
अक्सर ही कपल फैमिली या फिर समाज के दबाव से बच्चे पैदा करने का फैसला ले लेते हैं जो के बिल्कुल गलत है क्योंकि गर्भावस्था से बच्चे की सभी जिम्मेदारियां उन्होंने उठानी है। इसलिए यह फैसला कपल का खुद का बिना किसी तनाव या प्रेशर से होना चाहिए। -
फाइनेंशली स्ट्रॉन्ग
पेरेंट्स को फैमिली प्लानिंग से पहले फाइनेंशली स्ट्रांग होना चाहिए क्योंकि प्रेगनेंसी से लेकर बच्चों के जन्म के बाद आपके बहुत सारे खर्च आयेंगे। इससे आपकी इनकम पर भी प्रभाव पड़ेगा। अगर आप बच्चे की जरूरतों को अधूरा रखेंगे यह बच्चे के विकास में बाधा बनेगा। -
लाइफस्टाइल में बदलाव
फैमिली प्लानिंग से पहले आपको इस बात को दिमाग में जरूर रखना चाहिए कि बच्चे होने के बाद आपको लाइफस्टाइल में बहुत सारी बदलाव करने पड़ेंगे जैसे उनके लिए समय निकालना पड़ेगा। इसके साथ एक्टिव भी ज्यादा रहना पड़ेगा। स्मोकिंग की आदत को भी टाटा बोलना पड़ेगा। -
कोई भी फैसला मिलकर होना चाहिए
बच्चे के लिए जब भी कोई फैसला होगा वह दोनों की सहमति से होना चाहिए। यह बात भी पेरेंट्स को पता होनी चाहिए क्योंकि यह बच्चा दोनों के बराबर एफर्ट्स की निशानी है।