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Parenting Tips: पालन-पोषण के बारे में असहमतियों को कैसे संभालें?

ये मतभेद बच्चे के अनुशासन, ख़ुराक, शिक्षा या स्क्रीन टाइम को लेकर हो सकते हैं। अगर इन मतभेदों को सुलझाया न जाए तो बच्चे पर बुरा असर पड़ सकता है।

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Anusha Ghosh
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(Credit : iMOM)

Parenting Tips: बच्चों की परवरिश एक सामूहिक ज़िम्मेदारी है, लेकिन कई बार माता-पिता की परवरिश के तरीकों को लेकर मतभेद हो जाते हैं। ये मतभेद बच्चे के अनुशासन, ख़ुराक, शिक्षा या स्क्रीन टाइम को लेकर हो सकते हैं। अगर इन मतभेदों को सुलझाया न जाए तो बच्चे पर बुरा असर पड़ सकता है।

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आइए जानते हैं ऐसे 5 सूत्र जिनकी मदद से आप परवरिश को लेकर होने वाले मतभेदों को सुलझा सकते हैं

1. प्रभावी

गुस्से या  तनाव में बातचीत करने से दूर रहें। इसके बजाय, "मैं" स्टेटमेंट का इस्तेमाल करें। उदाहरण के लिए, "मुझे लगता है कि सोने से पहले स्क्रीन टाइम कम करने से उन्हें बेहतर नींद आएगी" कहना ज्यादा कारगर होगा बजाय ये कहने के कि " तुम उन्हें इतना टीवी देखने क्यों देते हो?"। शांत दिमाग से अपनी बात रखें और साथी को भी खुलकर बोलने का मौका दें। एक दूसरे को बीच में टोके बिना ध्यान से सुनें।

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2. जमीनी हकीकत पर गौर करें

अपने आदर्शों के साथ-साथ बच्चे के स्वभाव और उम्र को भी ध्यान में रखें। हर बच्चा अलग होता है और उनकी ज़रूरतें भी अलग-अलग होती हैं। शायद आपके सख्त  अनुशासन की वजह से बच्चा छुप-छुप कर चीज़ें करने लगे। या फिर हो सकता है आपके साथी की अतिरिक्त छूट की वजह से बच्चा ज़िद्दी हो जाए। इसलिए, लचीलापन बनाए रखें और परिस्थिति के अनुसार परवरिश के तरीकों में बदलाव लाने के लिए तैयार रहें।

3. एक दूसरे का सम्मान करें

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यह न भूलें कि आप दोनों एक ही टीम में हैं और आपका लक्ष्य बच्चे का सर्वांगीण विकास है। भले ही आपकी राय अलग-अलग हों, एक दूसरे के परवरिश के तरीकों को सम्मान दें। अपने साथी को कमतर साबित करने की कोशिश ना करें। बल्कि, उनके नज़रिए को समझने का प्रयास करें और देखें कि क्या उसमें कोई दम है।

4. संयुक्त समाधान तलाशें

पने मतभेदों को चुनौती के रूप में देखें, समस्या के रूप में नहीं। मिल बैठकर दोनों मिलकर कोई ऐसा समाधान खोजने का प्रयास करें जो दोनों को ही स्वीकार्य हो। शायद आप सख्त नियमों के साथ-साथ कुछ छूट भी दे सकते हैं या फिर किसी खास उम्र के बाद नियमों में थोड़ा बदलाव ला सकते हैं। इस तरह का संतुलन बनाना बच्चों के लिए भी फायदेमंद होता है।

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5. पेशेवर मदद लें

अगर आप दोनों मिलकर कोई समाधान नहीं खोज पा रहे हैं या फिर मतभेद इतने गंभीर हैं कि रिश्ते में भी खटास आने लगी है, तो किसी बाल मनोवैज्ञानिक या अनुभवी शिक्षक से सलाह लें। वे निष्पक्ष रूप से आपकी स्थिति का आकलन कर सकते हैं और आपको उपयुक्त राह दिखा सकते हैं।

parenting tips तनाव # #परवरिश गुस्से अनुशासन
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