How Can You Make Your Child Intelligent? : आपका बच्चा आपकी परछाई जैसा होता है। जैसी आदतें, स्वभाव आपका होगा, लोग उसे उसी नज़र से देखेंगे और आपके साथ ज़रूर कम्पेर करेंगे। यह भी सच है कि हर इंसान में अच्छी-बुरी आदतें होती हैं। अच्छा यही है कि हम अपनी अच्छी आदतें अपने बच्चे को ज़रूर दें और उसे शुरू से ही समझदार बनना सिखाएं।
कैसे बना सकते हैं अपने बच्चे को शुरू से समझदार?
अगर हम यह सोचेंगे कि अभी तो बचपना है, उम्र और तज़ुर्बे के साथ बच्चा खुद समझदार हो जाएगा तो यह याद रखें कि हमारी ज़िंदगी इतनी भी बड़ी नहीं कि हम गलतियाँ करके ही सीखें। दूसरों की गलतियों से सीखना भी ज़रूरी होता है और जब तक बच्चा बड़ा होगा वो गलत आदतों का आदी हो चुका होगा। आइए जानते हैं कि कैसे हम अपने बच्चे को शुरू से ही समझदार बना सकते हैं।
1. छोटे-छोटे कामों में डिसिप्लिन सिखाएं
आप अपने बच्चे को सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक कुछ ख़ास एफ्फोर्ट्स किए बिना ही डिसिप्लिन आसानी से सिखा सकते हैं। सुबह टाइम से उठना, स्कूल रोज़ जाना, रोज़ नहाना, हाइजीन रखना, रात को टाइम से सोना, होमवर्क बिना किसी बहाने के रोज़ कम्पलीट करना आदि बहुत सारी आदतें हैं जो हम बच्चे को सिखा सकते हैं। इन आदतों को अपना लेने से बच्चा पूरी लाइफ किसी भी ओप्पोरचुनिटी के लिए लेट नहीं होगा।
2. बुक रीडिंग है ज़रूरी
बच्चे को अपने सिलेबस के इलावा दूसरी अच्छी बुक्स पढ़ने की आदत लगाना भी ज़रूरी है। इससे बच्चे को ज़िंदगी की रियलिटी जल्दी समझने में आसानी होगी। जैसे हम बचपन में प्यासा कौआ, लालची कुत्ता आदि कहानियों से अच्छे लेसन्स सीखते थे वैसी कहानियों वाली कई तरह की बाल-पुस्तकें आपको मार्किट में मिल जाएँगी जिन में बच्चों की आने वाली ज़िंदगी के लिए बड़े-बड़े सबक होते हैं।
3. प्रॉब्लम सॉल्विंग की प्रैक्टिस करें
बच्चे को ज़िंदगी की आने वाली प्रॉब्लम्स के लिए त्यार करने में प्रॉब्लम सॉल्विंग गेम्स काफी हेल्प करती हैं। इसमें पज़ल्स, सुडोकु, रिडल्स, टिक-टैक्-टो, लूडो आदि खेलने के इलावा आप उनसे कुछ कन्फ्यूज़िंग सवाल भी पूछ सकते हैं। इन एक्टिविट्स के ज़रिये आपके बच्चों के दिमाग की अच्छी कसरत होगी और उनमें प्रॉब्लम-सॉल्विंग स्किल्स भी डेवेलोप होंगी।
4. अच्छी एग्जाम्पल्स सेट करें
बच्चे को अच्छी आदतें अपनाने में मदद करने के लिए आपको भी अपनी ज़िंदगी में काफी बदलाव लाने होंगे। आपको एक उदहारण या एग्ज़ैम्पल के तौर पर काम करना होगा। बच्चे के साथ बुक रीडिंग करना, प्रॉब्लम्स सोल्व करना, हाइजीन रखना, काम टाइम पर ख़तम करना और फैमिली को टाइम देना वगैरा उनकी अच्छी और इंटेलीजेंट पर्सनालिटी को बनाने में कारगर साबित होगी।
5. मैडिटेशन और एक्सर्साइज़ की आदत
सेहतमंद तन में ही एक सेहतमंद मन होता है। तन और मन को हैलदी रखने के लिए मैडिटेशन और कसरत दोनों ज़रूरी हैं। इसकी आदत बच्चे को बचपन से ही लगेगी तो ज़िंदगी में लम्बे समय तक साथ देगी।
6. मोरल वैल्यूज भी हैं ज़रूरी
इन सब आदतों के साथ बच्चे को सच बोलना, दूसरों की हेल्प करना, अपनों से बड़ों का सतिकार और छोटों से प्यार करना, जानवरों को तंग न करना आदि भी बच्चे को अच्छा इंसान बनाने में मदद करते हैं। ये आदतें सिखाने से बच्चा सेंसिटिव बनेगा और आगे चल कर अच्छा इंसान बनने के चांस भी बढ़ जाएंगे।