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Parenting Tips: टीनेज में बच्चा हमेशा तेज आवाज में बात करता है तो कैसे करें डील

टीनएज में बच्चों का चिल्लाकर बात करना कई बार एक सामान्य व्यवहार हो सकता है, क्योंकि वे इस उम्र में अपनी पहचान और स्वतंत्रता की तलाश कर रहे होते हैं।

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Pushpa Chauhan
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Child always talk loudly

image credit- Hindustan

How to deal if a Teenage Child Always Talks Loudly: टीनएज में बच्चों का चिल्लाकर बात करना कई बार एक सामान्य व्यवहार हो सकता है, क्योंकि वे इस उम्र में अपनी पहचान और स्वतंत्रता की तलाश कर रहे होते हैं। पहले तो यह समझने की कोशिश करें कि बच्चा इस तरह क्यों व्यवहार कर रहा है। क्या उसे किसी बात की परेशानी है, क्या उसकी जरूरतों को पूरा नहीं किया जा रहा है, या फिर उसके साथीयों का व्यवहार इसे प्रभावित कर रहा है। अगर उसकी चीख पीछे कोई अन्य समस्या हो सकती है, तो उसे उस समस्या का समाधान करने में मदद दें। यह संबंध को मजबूत बनाने में मदद करेगा।

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 टीनेज में बच्चा हमेशा तेज आवाज में बात करता है तो कैसे करें डील

1. शांत रहें

अपनी प्रतिक्रिया को नियंत्रित करें जब आपका बच्चा चिल्लाता है, तो शांत और संयमित रहना महत्वपूर्ण है। अगर आप भी चिल्लाएंगे, तो स्थिति और बिगड़ सकती है।

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2. संवाद के लिए सही समय चुनें

आराम से बात करें उस समय का चयन करें जब आपका बच्चा शांत हो। यह समय भोजन के बाद या किसी गतिविधि के बाद हो सकता है जब वे आराम महसूस कर रहे हों।

3. अपने बच्चे को सुनें

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समस्या को समझें पता करें कि आपका बच्चा क्यों चिल्ला रहा है। हो सकता है कि वे किसी समस्या या तनाव का सामना कर रहे हों जिसे वे व्यक्त नहीं कर पा रहे हों।

4. सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाएँ

अच्छे व्यवहार की सराहना करें जब आपका बच्चा अच्छे से बात करता है, तो उसकी सराहना करें और उसे प्रोत्साहित करें। इससे उन्हें समझ में आएगा कि किस तरह का व्यवहार अपेक्षित है।

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5. स्पष्ट सीमाएं और नियम बनाएं

नियम और परिणाम अपने बच्चे के साथ मिलकर बातचीत के नियम तय करें। अगर वे चिल्लाते हैं, तो इसके क्या परिणाम होंगे, यह स्पष्ट करें।

6. अनुकरणीय बनें

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स्वयं उदाहरण बनें बच्चे अक्सर अपने माता-पिता के व्यवहार का अनुकरण करते हैं। सुनिश्चित करें कि आप भी हमेशा संयमित और शांत व्यवहार करें।

7. भावनात्मक समर्थन प्रदान करें

भावनात्मक संतुलन अपने बच्चे को यह महसूस कराएं कि आप उनकी भावनाओं को समझते हैं और उनकी सहायता के लिए हमेशा तैयार हैं।

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8. पेशेवर मदद लें

थेरेपी और काउंसलिंग यदि समस्या अधिक गंभीर है, तो किसी पेशेवर काउंसलर या मनोवैज्ञानिक की मदद लें। वे स्थिति को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं और उचित समाधान प्रदान कर सकते हैं। इन सुझावों को अपनाकर आप अपने बच्चे के चिल्लाकर बात करने के व्यवहार को सुधार सकते हैं और एक स्वस्थ संवाद बना सकते हैं।

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