Importance Of Sharing The Responsibilities: घर में बच्चे का आगमन होने के बाद मां के ऊपर बहुत सारी जिम्मेदारियों का भार देखा जाता है ऐसे में यह सब जिम्मेदारियां केवल मां कोई उठानी पड़ती है। जिसके कारण महिलाओं में अक्सर कमजोरी और मानसिक तनाव भी देखा जाता है। एक बच्चे की जिम्मेदारी को माता और पिता दोनों को ही बराबरी से निभाना चाहिए। इस कारण से बच्चे को भी जिम्मेदारियां की बराबरी का एहसास होता है आइये जानते हैं कि बच्चों के आने के बाद उसकी जिम्मेदारियां को बांटना क्यों आवश्यक है?
बच्चे के आने के बाद उसकी जिम्मेदारियों को बांटना क्यों जरूरी है?
1. मानसिक तनाव से बचाव
मां बनने के बाद अक्सर महिलाओं में हार्मोनल चेंज के कारण मूड स्विंग, चिड़चिड़ापन और डिप्रेशन से समस्या देखी जाती है। बहुत अधिक काम का भार होने पर उनमें मानसिक तनाव और अधिक बढ़ जाता है। जिससे स्थिति बिगड़ सकती है। जिम्मेदारियां को बांटने से मानसिक तनाव कम होता है और शांति बनी रहती है।
2. बॉन्ड बनता है
एक बच्चे का अपने मां से बॉन्ड हमेशा ही बना रहता है क्योंकि अक्सर महिलाऐं अपने बच्चों का ज्यादा ध्यान रखती हैं। एक पिता को अपने बच्चों से अच्छा बॉन्ड बनाने के लिए उनकी जिम्मेदारियां का भार भी उठाना जरूरी होता है।
3. जिम्मेदारियों में इक्वलिटी
जिम्मेदारी में भी इक्वालिटी का होना बहुत जरूरी है क्योंकि यह एक बच्चे के दिमाग पर भी प्रभाव डालता है कि जिम्मेदारियां का भार भी माता और पिता दोनों के लिए बराबर होता है। बचपन से ही बच्चों के मन में यह बात डालने से काफी बड़े बदलाव आते हैं।
4. डिलीवरी के बाद पूर्ण आराम
डिलीवरी के बाद महिलाएं काफी ज्यादा कमजोर हो जाती हैं। ऐसे में उनके ऊपर जिम्मेदारियां का अधिक भार देने से काफी ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में पेरेंट्स को इन जिम्मेदारियां को बांट कर रखना बहुत जरूरी होता है।
5. बर्डन नहीं आता
महिलाएं कामकाजी हों या घरेलू एक बच्चे की जिम्मेदारी के बाद उनके ऊपर काफी ज्यादा बर्डन हो जाता है। इसीलिए जरूरी है कि पिता भी उन जिम्मेदारियां को निभाएं ताकि केवल मां के ऊपर वह भार ना आए।